महंगाई की मार आस्था पर नवरात्रि की जोत 200 रुपए महंगी
राजनांदगांव।महंगाई में खाने का तेल400 से 500 रुपये 15 लीटर वाले पीपे में बढ चुका है। इसका असर नवरात्रि में जलने वाली जोत पर भी पड़ रहा है। शक्तिपीठों और माता के दरबारों में जलने वाली जोतों का न्यूनतम शुल्क कमोबेश सभी जगह 200 रुपए अधिक कर दिया गया है। खुले बाजार में खाद्य तेल की कीमत कम से कम 145 से शुरू होकर ब्रांड वाइस 245 रुपए लीटर तक है। जो तेल 100 रुपए लीटर बिकता था वह 130 रूपये तक जा पहुंचा है। आमतौर पर सोयाबीन, राइसब्रैन तेल से ही जोत जलाई जाती है।कीमतों में वृद्धि होने के बाद मंदिर समितियों ने जोत शुल्क 200 रुपये बढ़ा दिया है। शहर के करीब 12 से अधिक माता देवालयों में आस्था की जोत प्रज्जवलित होगी। चैत्र नवरात्र पर मनोकामना जोत जलवाने पर्चियां कटने लगी है।
एक दिए में 5-6 लीटर लगता है तेल
तेल का 15 लीटर का टिन 2600 रूपये कम से कम में आ रहा है, जबकि दो साल पहले इसकी कीमत 1650 से शुरू थी। ऐसे में एक टिन पर करीब साढ़े 4 सौ की वृद्धि हुई है। एक जोत कलश में 9 दिन में करीब 5 से 6 लीटर तेल खर्च हो जाता है। इसलिए लगभग कई जगह सहयोग राशि बढ़ाई गई है।
प्रदेश के प्रतिष्ठित शक्तिपीठों और माता के दरबारों में जलने वाली जोतों का न्यूनतम शुल्क कमोबेश सभी जगह 200 रुपए अधिक कर दिया गया है
माता का मंदिर
1. महामाया, रतनपुर
2. दंतेश्वरी, दंतेवाड़ा
3. बमलेश्वरी देवी, डोंगरगढ़
4. खल्लारी माता, महासमुंद
5. चंद्रहासिनी देवी, चंद्रपुर
6. सर्वमंगला, कोरबा-
7. महामाया, रायपुर-
8. बंजारी माता, रायगढ़-
9. विंद्यवासिनी, धमतरी-