40 लाख रुपए का फर्जीवाड़ा करने वाला मुख्य आरोपी आकाश यादव गिरफ्तार
राजनांदगांव। फर्जीवाड़ा करने वाले मुख्य आरोपी आकाश यादव को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी के कब्जे से एक एक्टिवा, दो लैपटॉप और कंप्यूटर का सेट एवं फर्नीचर जब्त किया गया है। आरोपी के सारे खाते सील कर दिए गए। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी ने नवंबर 2019 में कंपनी खोली थी और सिक्योरिटी मनी के नाम पर प्रतिमाह पांच पांच कैंडिडेट तैयार करने का लक्ष्य देकर टाइपिंग मटेरियल उपलब्ध कराना स्वीकार किया। लाक डाउन के कारण कैंडिडेट नहीं जोड़ पाने और रकम समाप्त होने पर फरार हो गया था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा है।
ये है पूरा मामला
ज्ञात रहे कि ठगी का शिकार हुए घुमका के युवक देवेश वर्मा ने पूरे मामले की शिकायत बसंतपुर थाने में दर्ज कराई थी । इसके बाद लगातार शिकायतकर्ताओं की संख्या बढ़ती जा रही है। देवेश ने पुलिस को बताया कि स्टेशनपारा निवासी आकाश यादव से उसकी मुलाकात कॉलेज की एक छात्रा के माध्यम से हुई। आकाश ने खुद को टाइपिनो संस्था का हेड बताया और घर बैठे टाइपिंग वर्क से हर महीने 12 हजार रुपए तक कमा लेने का अॉफर दिया, देवेश व अन्य कॉलेज स्टूडेंट्स ने इसे बेहतर ऑप्शन मान आकाश के झांसे में आ गए। आकाश ने इसके लिए सभी 18 से 20 हजार रुपए तक सिक्योरिटी मनी की मांग की। इस दौरान आकाश का सहयोगी गौरी नगर निवासी शाहरुख खान भी युवाओं को वर्क स्कीम बताकर झांसे में लेता रहा। लेकिन सिक्योरिटी मनी जमा करने के कुछ समय बाद ही आकाश और शाहरुख ने ऑफिस बंद कर फरार हो गए। मामले में पुलिस ने आरोपी शाहरुख खान को गिरफ्तार कर लिया है।
9 लोगों को दिसंबर तक दी सैलरी, फिर बंद किया ऑफिस
टाइपिनो में आकाश और शाहरुख ने 127 युवाओं को जोड़ा था, इनमें से ज्यादातर युवा कॉलेज स्टूडेंट्स हैं। शुरुआती दौर में जुड़े 9 युवाओं को दोनों ने दिसंबर 2019 तक हर महीने 12 हजार रुपए की सैलरी भी दी, इसके बाद अचानक उन्होंने ऑफिस बंद कर दिया। सिक्योरिटी मनी देने वाले जब अपने रुपए की मांग करते तो उन्हें आज-कल में लौटा देने का झांसा दिया जाता। लेकिन कुछ दिन बाद ही दोनों ने अपना फोन स्विच ऑफ कर दिया।
शिकायत होते ही लिखा सुसाइड नोट, बहन थाने लेकर पहुंची
युवाओं ने जैसे ही ठगी की शिकायत बसंतपुर थाने में दर्ज कराई, मास्टरमाइंड आकाश को इसकी जानकारी मिल गई। इसके बाद उसने एक सुसाइड नोट लिखा, जिसमें बताया कि कर्ज लेकर उसने बिजनेस शुरू किया था, लेकिन इसमें घाटा हो गया। इसके चलते वह किसी की रकम नहीं लौटा पा रहा है। वह अपनी मर्जी से कहीं दूर जा रहा है। इस सुसाइड नोट को लेकर आकाश की बहन चिखली थाने पहुंची, जहां पुलिस ने गुम इंसान कायम किया है।
पकड़े गए पहले आरोपी ने 14 लाख रुपए ठगने की बात स्वीकारी
बसंतपुर पुलिस के हत्थे चढ़े आकाश के सहयोगी शाहरुख ने पुलिस को बताया कि उसने इस स्कीम से 14 लाख रुपए ठगे हैं। वह भी आकाश के साथ मिलकर बेरोजगार युवकों को झांसा दिया करता था, पुलिस ने शाहरुख को रिमांड पर भेज दिया है। वहीं कुल 127 लोगों की हुई शिकायत के बाद ठगी की रकम 40 लाख रुपए तक पहुंच गई है। चिटफंड कंपनी की तरह दोनों आरोपी बेरोजगारों को चेन सिस्टम से जोड़ रहे थे। घर बैठे कमाई की आस में बेरोजगार इनकी बातों में भी आते रहें।