राजनंदगांव : विकासखंड के सरपंचों ने आज कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर मुख्यमंत्री, कलेक्टर व जिला पंचायत सीईओ के नाम सौंपा ज्ञापन , जल्द से जल्द ज्ञापन पर कार्रवाई की मांग की
राजनंदगांव. कोरोना काल में ग्राम पंचायतों का विकास भी ठप पड़ा हुआ है, ऐसे में सरपंचों को अपने क्षेत्रों में काम करने दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। आज राजनंदगांव विकासखंड के सरपंच संघ ने कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, राजनंदगांव कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा, जिला पंचायत सीईओ लोकेश चंद्राकर के नाम ज्ञापन सौंपा है। अपने ज्ञापन में जिला पंचायत सीईओ से सरपंचों ने मांग की है कि 15 वें वित्त आयोग की राशि से गांव में मुरमी करण हेतु अनुमति प्रदान की जाए, वही कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपकर उन्होंने कहा है कि समस्त ग्राम पंचायतों में वृक्षारोपण का कार्य कराने के लिए डीएमएफ मद से स्वीकृति प्रदान की जाए, वहीं मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर उन्होंने मांग की है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लंबित भुगतान एवं नवीन निर्माण की स्वीकृति दी जाए। सरपंच संघ के अध्यक्ष नोमेश वर्मा ने कहा कि कोरोना काल में गांव का विकास ठप पड़ा है। गांव के आवश्यक कार्य भी पूरे नहीं हो पा रहे हैं।
सरपंच संघ के द्वारा बड़ी संख्या में पहुंच कर ज्ञापन देने की सूचना मिलने के दौरान पुलिस ने सभी को कलेक्ट्रेट कार्यालय के गेट के पास ही रोक दिया। इस दौरान विभिन्न गांव के सरपंचों ने कहा कि बारिश के दिनों में गांव के मार्गों में कीचड़ के हालात निर्मित हो जाते हैं, ऐसे में मुरमीकरण की अनुमति मिलने से रास्तों को सुगम किया जाएगा, वहीं प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत कई लोगों की आवास की स्वीकृति मिलने के बाद भी राशि जारी नहीं होने से आवास योजना का कार्य अधूरा पड़ा हुआ है, वहीं कई लोगों के कच्चे मकान भी जर्जर हो रहे हैं जिन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना से पक्का बनाया जाना है ,लेकिन स्वीकृति नहीं मिलने की वजह से प्रधानमंत्री आवास योजना के सभी काम ठप पड़े हुए हैं। सरपंचों ने शासन- प्रशासन से मांग की है कि उनके द्वारा सौंपे गए ज्ञापन पर जल्द से जल्द कार्रवाई की जाए ताकि गांव का समग्र विकास हो सके।