अस्पतालों में बेड फुल, वेंटिलेटर भी खाली नहीं
राजनांदगांव । कोरोना महामारी ने निपटने के लिए की गई प्रशासनिक तैयारियों को बढ़ते संक्रमण ने फेल कर दिया है। जिले में रोजाना कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। मौत का आंकड़ा भी बढ़ गया है। जिले में हालात बिगड़ता ही जा रहा है। अस्पतालों में बेड फुल हो गए हैं। वेंटिलेटर में भी जगह नहीं है। आइसीयू में भी बेड के लिए मारामारी चल रही है। ऐसी स्थिति में नए पाजिटिव मरीजों को कहां आइसोलेट कराएं, इसकी चिंता ने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की धड़कनें बढ़ा दी है। हर रोज जिले में हालात बेकाबू हो रहे हैं। एक दिन पहले ही जिले में रिकार्डतोड़ कोरोना के 1029 नए मरीज मिले हैं। इधर टीकाकरण का अभियान भी जिले में खींचतान की स्थिति में है। अभी तक जिले में एक लाख 34 हजार लोग कोरोना का टीका लगवा चुके हैं और जिले में केवल 22 हजार टीका ही बचा है। जबकि रोजाना आठ से नौ हजार की संख्या में टीकाकरण हो रहा है। यानी कोरोना का टीका केवल दो ही दिन चलेगा। इसके बाद स्थिति और बिगड़ सकती है।
सभी 240 बेड फुल जिले के सबसे बड़े पेंड्री स्थित मेडिकल कालेज कोविड अस्पताल में दस वेंटिलेटर, 50 आइसीयू सहित कुल 240 बेड है। सोमवार को मिले 1029 पाजिटिव मरीजों के बाद अस्पताल के सभी बेड फुल हो गए हैं। आइसीयू और वेंटिलेटर वार्ड में भी जगह नहीं है। यही नहीं जिले में बनाए गए कोविड केयर सेंटरों में भी बेड की मारामारी हो रही है। जिले में छुईखदान, अंबागढ़ चौकी, छुरिया, खैरागढ़, डोंगरगढ़, डोंगरगांव, मानपुर व सोमनी सहित राजनांदगांव के एकलव्य परिसर में बनाए कोविड केयर सेंटर भी हाउसफुल गए हैं। खैरागढ़, डोंगरगढ़ और छुईखदान में कोरोना राजनांदगांव शहर की तरह बेकाबू हो गया है। इसको लेकर ही कलेक्टर टीके वर्मा ने कोविड अस्पताल में 120 अतिरिक्त बेड की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।
कोरोना के डर ने बढ़ाया टीकाकरण बढ़ते कोरोना संक्रमण के डर ने वैक्सीनेशन अभियान को तेज कर दिया है। शुरुआत में केवल स्वास्थ्य कर्मचारियों और फ्रंट लाइन के कोरोना योद्धाओं को ही टीका लग रहा था। इसके बाद 45 वर्ष और इससे अधिक उम्र के लोगों को टीका लगना शुरू हुआ। टीकाकरण शुरू होने के बाद भी लोग जागरूकता नहीं दिखा रहे थे, लेकिन बीते माह मार्च से कोरोना ने कहर बरपाना जैसे ही शुरू किया, लोगों का रूझान भी टीकाकरण की ओर बढ़ा है। अभी तक जिले में करीब एक लाख 34 से ज्यादा लोग कोरोना से बचने टीका लगा चुके हैं। जिले में वर्तमान में सिर्फ 22 हजार टीका ही स्टॉक में है। जो दो दिन बाद खत्म हो जाएगा। इसके बाद स्थिति गंभीर भी हो सकती है। क्योंकि रोजाना वैक्सीनेशन सेंटरों को कोरोना का टीका लगाने लोगों की भीड़ लग रही है।
जिले में 1029 नए संक्रमित, नौ की मौत जानलेवा साबित हो रही कोरोना महामारी जिले में हर दिन नया रिकार्ड बना रही है। सोमवार को जो जांच रिपोर्ट सामने आए हैं, उसने से पिछले साल ही नहीं इस साल के भी सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं। जिले में सोमवार को एक ही दिन में 1029 नए संक्रमित मिले हैं। वहीं नौ लोगों की जान कोरोना ने ले ली है। शहरी क्षेत्र के अलावा अंचल में भी कोरोना का बड़ा विस्फोट हुआ है। खासकर डोंगरगढ़, खैरागढ़ व छुईखदान सहित राजनांदगांव ब्लाक में सर्वाधिक पाजिटिव केस सामने आ रहे हैं। बढ़ते संक्रमण की रोकथाम के लिए ही नाइट कर्फ्यू और शहरी क्षेत्र में हर दिन 14 घंटे का लॉकडाउन लगाया गया है। इसके बाद भी शहरी क्षेत्र में बढ़ते कोरोना केस ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। शहर में नगर पालिक निगम के भी दो कर्मचारी पाजिटिव आए हैं, जिसके कारण निगम कार्यालय में कोरोना संक्रमण को लेकर हड़कंप मचा हुआ है। मंगलवार को कई कर्मचारी नदारद रहे। इसमें वो कर्मचारी भी हैं, जिनका संपर्क पाजिटिव आए कर्मचारियों से था। शहर के अलावा अब धर्मनगरी डोंगरगढ़ और संगीतनगरी खैरागढ़ के साथ शहीद नगरी छुईखदान को भी कोरोना ने रेड जोन बना दिया है।
वर्जन…
जिले में कोरोना संक्रमण बेकाबू हो रहा है। इसकी रोकथाम जरूरी है। इसके लिए सभी को कोरोना प्रोटोकाल का पालन करना होगा। सावधानी जरूरी है। कोविड सेंटरों के साथ मेडिकल कालेज कोविड अस्पताल में बेड बढ़ाने कहा गया है। दस वेंटिलेटर भी खरीदी जा रही है।
टीके वर्मा, कलेक्टर