तिरछे खंभे और झूलते तार, राहगीरों पर खतरे हजार

राजनांदगांव । शहर में कई स्थानों के बिजली खंभे तिरछे हो गए हैं, जगह-जगह बिजली के तार झूल रहे हैं। इसके चलते सैकड़ों स्थानों पर खतरा मंडरा रहा है। विद्युत विभाग न तो खंभों को सीधा करने अथवा बदलने मरम्मत पर ध्यान दे रहा है और न ही बिजली आपूर्ति के लिए लगाए गए बिजली के खंभे काफी सालों से मरम्मत के अभाव में जर्जर और बदहाल स्थिति में पहुंच चुके हैं। कई जगह तो खंभे तिरछे और मुड़ गए हैं। कई जगह तो यह हाल है कि कभी भी बिजली पोल गिरने से बड़ा हादसा हो सकता है।
लोगों का कहना है कि लंबे समय से खंभे झुके हुए हैं, लेकिन अधिकारी इन्हें ठीक नहीं करवा रहे हैं। लगता है उन्हें किसी अनहोनी का इंतजार है। अधिकतर खंभे डिवाइडर के बीच या सड़क किनारे हैं। वाहनों की ठोकर लगने की वजह से कई तिरछे हो गए हैं।
रानी सागर किनारे लगे बिजली के खंभे कुछ माह पहले एक वाहन की ठोकर से से तिरछे हो गए। सबसे खतरनाक यही स्थान है। झूलते तारों के बीच चिंगारी भी निकलती रहती है। कई जगह तो बिजली के खंभे इतने खराब हो गए हैं कि लोग उसके पास से गुजरने तक में डरते हैं। इसके बाद भी संबंधित विभाग हाथ पर हाथ धरे बैठा है।
अंधेरी में छीनाझपटीः कई बिजली खंभों पर की लाइट नहीं जल रही है। इसके चलते उन स्थानों पर चोरी की घटना अधिक होती है। राहगीरों से छीना-झपटी आम बात हो गई है। रात में आम रास्ते पर चलने में भी राहगीर घबरो लगे हैं।
रानी सागर निवासी राम सिंह यादव ने कहा कि कई बार बिजली कंपनी में जाकर आवेदन दे चुके हैं कि खंभे को सीधा कर दिया जाए और उलझे तारों को व्यवस्थित कर दिया जाए, लेकिन आज तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। कई महीने हो गए आसपाल के लोग दहशत में हैं।
वर्जन
जहां-जहां बिजली पोल की स्थिति खराब है, उसे जल्द ठीक कर लिया जाएगा। अक्सर वाहन चालकों की लापरवाही के कारण बिजली पोल क्षतिग्रस्त हो जाते हैं।
– आलोक दुबे, सब इंजीनियर