नई दिल्ली -स्वतंत्रता दिवस पर एक युवक ने वीआईपी सुरक्षा में सेंध लगाकर दिल्ली पुलिस समेत अन्य सुरक्षा एजेंसियों के दावों की पोल खोल दी। भारतीय सेना की वर्दी पहनकर बदायूं निवासी कुंज बिहारी (22) वैगनआर कार को प्रधानमंत्री के रूट से पहले नई दिल्ली में घुमाता रहा। कार पर इंडियन आर्मी लिखा हुआ था। प्रधानमंत्री कार्यालय के नजदीक पुलिसकर्मियों ने उसे दबोच लिया। सुरक्षा एजेंसियों व दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने संयुक्त रूप से घंटों पूछताछ की।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक आरोपी प्रधानमंत्री से मिलने जा रहा था और उसने पीएम को मेल भी किया था। नई दिल्ली जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कुंज बिहारी बीएससी पास है। पढ़ाई के बाद वह घर पर रहने लगा था। परिजनों ने उसे द्वारका दिल्ली निवासी बड़े भाई के पास भेज दिया। जहां वह ऑटो चलाने लगा। कुछ दिन पहले उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ई-मेल भेजा था। ई-मेल में उसने पीएम से मिलने के लिए समय मांगा था। मेल में उसने कोरोना महामारी को साजिश बताया था। मेल का जवाब नहीं मिलने पर उसने बालों की फौजी जैसी कटिंग करवाई। साथ ही बाजार से फौजी जैसे दिखने वाले जूते, पैंट और शर्ट खरीदी। उसने इंडियन आर्मी लिखी एक वैगन आर कार खरीदी।
उसने सोचा कि जब प्रधानमंत्री लालकिले के लिए रवाना होंगे तो वह उनसे मिल लेगा। 15 अगस्त की सुबह 5 बजे वर्दी पहनकर कार से विजय चौक पहुंच गया। उसे लगा था कि प्रधानमंत्री साउथ ब्लाक स्थित कार्यालय से जाएंगे। इस कारण वह विजय चौक व संसद भवन समेत तमाम वीआईपी इलाके में कार को घुमा रहा था।
कार घुमाते हुए उसे काफी देर हो गई तो वह प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ जाने लगा। 15 अगस्त को देखते हुए पुलिस ने विजय चौक के पास से साउथ ब्लाक जाने वाले राष्ट्रपति भवन के लिए जाने वाले रास्ते को बैरिकेड लगाकर बंद कर रखा था। जब पुलिसकर्मियों ने उसे वहां आने का कारण पूछा तो आरोपी युवक ने खुद को फौजी बताया।
पुलिसकर्मियों ने उससे परिचय पत्र मांगा तो युवक ने परिचय पत्र नहीं दिखाया। पुलिसकर्मियों ने मोबाइल मांगा तो आरोपी के पास मोबाइल नहीं था। इस पर पुलिसकर्मियों को संदेह हो गया। आरोपी ने पुलिसकर्मियाें को फौजी का रौब दिखाने के साथ-साथ मारपीट भी की। संसद मार्ग थाना पुलिस ने पहचान बदलने, मारपीट करने और सरकारी काम में बाधा डालने का मामला दर्जकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। प्रधानमंत्री अपने आवास से 6 बजकर 52 मिनट पर निकले थे। उसके पास से कुछ फर्जी पहचान पत्र भी मिले हैं।