बड़ादेव उद्वहन योजना पर कांग्रेस विधायकों का आक्रोश, सरकार ने कहा पम्प से खींच लो पानी
जबलपुर
नर्मदा के तट पर प्यासे बैठे 103 गांवों के किसानों का मामला विधानसभा में उठाकर कांग्रेस विधायक संजय यादव, लखन घनघोरिया और विनय सक्सेना ने सरकार के राज्यमंत्री भारत सिंह कुशवाहा को घेरा। मामला यहां बड़ादेव सूक्ष्म-लघु उद्हन सिंचाई परियोजना से जुड़ा है जिसके लिए विधायक ने विधानसभा में ध्यानाकर्षण प्रश्न लगाया था और बताया कि यहां विगत 15 दिनों से जनआंदोलन चल रहा है। इसी क्रम में विधानसभा में कांग्रेसी विधायकों ने राज्यमंत्री भारत सिंह कुशवाहा को घेर लिया।
विस में उस समय हंगामा मच गया जब सरकार ने यहां जनाक्रोश से इंकार कर पम्प से पानी खींच लेने की बात कह दी। हालांकि इस मामले पर मंत्री भारत सिंह कुशवाहा ने राज्य सरकार का पक्ष रखते हुए आंकड़ों सहित जानकारी प्रस्तुत की और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को किसान पुत्र बताकर कहा कि उनके राज में किसी को प्यासा नहीं रहने दिया जा सकता। इस पर विधायकों ने ऐतराज जताया कि आज तक इस मामले पर जमीनी जांच नहीं की गई।
एनवीडीए पर हीलाहवाली का आरोप
उधर नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण द्वारा की जा रही हीलाहवाली का आलम यह है कि ऊंचाई पर स्थित इन ग्रामीण क्षेत्रों में लोग सिंचाई सहित पीने तक के पानी के लिए मोहताज हैं। इस पर विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम को बहस में हस्तक्षेप करना पड़ गया जिसके बाद मंत्री भारत सिंह कुशवाहा ने कांग्रेसियों द्वारा लगाए जा रहे आरोपों की जांच हेतु आश्वासन दिया।
यह है मामला
कांग्रेस का कहना है कि नर्मदा घाटी विकास विभाग ने सर्वे कर बड़ादेव सूक्ष्म उद्हन सिंचाई परियोजना की डीपीआर बना कर राज्य शासन के समक्ष भोपाल भेज दी, लेकिन उसमें आज तक कुछ नहीं हुआ। इसमें तीन अन्य योजनाओं को भी जोड़ा गया। इससे 103 गांव और 72864 किसान लाभान्वित होंगे और 28500 हैक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा मिल जाएगी।