गरीब कल्याण योजना में भी छ.ग. से पक्षपात कर रही केंद्र की भाजपा सरकार- शाहिद भाई
० पूर्व सी एम डॉ रमन व भाजपा सांसदो की किसानों व जरूरतमन्दो के प्रति निष्क्रियता उजागर
राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री शाहिद भाई ने केंद्र सरकार की गरीब कल्याण योजना अभियान के 25 योजनाओं और 116 जिलों में छग के एक भी जिले को शामिल नहीं किए जाने पर कड़ा विरोध करते हुए कहा कि केंद्र सरकार अपना राजधर्म भूलकर पक्षपात पूर्ण कार्य कर रही है जिसका प्रमाण इस योजना से भी मिल रहा है इस 125 दिन में पूर्ण होने वाली योजना में छ ग को शामिल नहीं किए जाने से छत्तीसगढ़ के भाजपा नेता जो राष्ट्रीय पदाधिकारी है और राज्य से 1 केंद्रीय राज्य मंत्री 9 सांसदों की निष्क्रिय भूमिका को भी प्रमाणित करती है केंद्र की मोदी सरकार की सत्तालोलुपता व लापरवाही के चलते ही देश में कोरोना संक्रमण प्रकोप बढ़ा है और मोदी सरकार सिर्फ जनता को गुमराह करने में मस्त होकर राज्य सरकार को उनके हाल पर छोड़ दिया है यह तो छत्तीसगढ़ का सौभाग्य है कि राज्य को भूपेश बघेल जी जैसा दूरदर्शी और दृढ़ इच्छाशक्ति वाले मुख्यमंत्री का नेतृत्व मिला है जिसके कारण छत्तीसगढ़ कोरोना की दुर्गति से बचा हुआ है केंद्र सरकार ने गरीब कल्याण योजना लागू कर प्रवासी मजदूरों के लिए योजना की बात कर रही है तो केंद्र सरकार इस योजना से छत्तीसगढ़ को अलग रख अपने सौतेले व्यवहार को उजागर किया है क्योंकि छत्तीसगढ़ में भी पूरे देश से ढाई लाख से अधिक मजदूर कोरोना संक्रमण काल में छत्तीसगढ़ आए हैं उसके बाद भी छत्तीसगढ़ को इस योजना से ना जोडऩा दुर्भाग्यजनक है केंद्र सरकार पहले छत्तीसगढ़ के किसानों के साथ सौतेला व्यवहार करते हुए राज्य सरकार द्वारा 25 सौ रुपए का समर्थन मूल्य देने में अड़ंगा लगाते हुए सेंट्रल पुल का चावल नहीं खरीदने का दबाव बनाया था जिसके कारण किसानों को ?25 सौ समर्थन मूल्य देने में कुछ विलंब हुआ लेकिन छत्तीसगढ़ सरकार ने अपनी मजबूत इच्छाशक्ति से अपने इस वादे को पूरा किया है अब जब कोरोना संक्रमण में मजदूरों के लिए केंद्र सरकार योजना घोषित करती है उसमें छत्तीसगढ़ के मजदूरों के लिए कोई राहत ना देकर मात्र छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार नहीं बनने के कारण छग की जनता से बदला ले रही है पूर्व मुख्यमंत्री एवं राजनांदगांव के विधायक और केंद्र की दुहाई देने वाले राजनांदगांव के सांसद दोनों गरीब कल्याण योजना में छत्तीसगढ़ का नाम नहीं आने पर भी अपने मुंह मे दही जमा कर बैठे हैं यदि उनमें जरा भी नैतिकता है तो वे छत्तीसगढ़ के गरीब मजदूर के हित में केंद्र सरकार को जगाने का साहस दिखाएं वैसे भी जब मजदूरों को वापस लाने के लिए ट्रेन की व्यवस्था करनी थी उस समय भी केंद्र सरकार कोई सहयोग ना कर अपनी मानवीय संवेदनाओं को ताक पर रख दिया था तब कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी जी के आव्हान प्रदेश प्रभारी पी एल पुनिया के निर्देश व प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम जी मार्गदर्शन में राशि एकत्रित कर ट्रेन किराया की व्यवस्था किए थे।