कोण्डागांव: मनरेगा के कार्यों की हुई विस्तृत समीक्षा
रोजगारपरक कार्यों को नियमित रूप से संचालित कर अधिकाधिक पंजीकृत परिवारों को रोजगार सुलभ कराने के निर्देश
रोजगार सृजन के दृष्टिकोण से प्रदेश में 5 वें और बस्तर संभाग में पहले स्थान पर है कोण्डागांव जिला
मनरेगा के कार्यों में लापरवाही बरतने के कारण 7 तकनीकी सहायकों को शो-कॉज नोटिस जारी
कोण्डागांव,06 फरवरी 2023
कलेक्टर श्री दीपक सोनी के निर्देशानुसार सीईओ जिला पंचायत प्रेम प्रकाश शर्मा ने विगत दिवस जिला पंचायत सभागार में जिले में मनरेगा के तहत स्वीकृत और संचालित कार्यों की विस्तृत समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने मनरेगा के रोजगारपरक कार्यों को नियमित तौर पर संचालित कर अधिक से अधिक पंजीकृत जॉब कार्डधारी परिवारों को रोजगार उपलब्ध कराये जाने के निर्देश दिये। इस दिशा में हरेक ग्राम पंचायत में एक कार्य की समाप्ति पर स्वीकृत दूसरा कार्य शुरू किये जाने के निर्देश दिये गये। बैठक में अमृत सरोवर एवं नरवा विकास कार्यों सहित वनाधिकार पट्टेधारकों के भूमि में हितग्राहीमूलक कार्यों की प्रगति एवं उन्हें 100 कार्यदिवस रोजगार की सुलभता, सामाजिक अंकेक्षण, आंगनबाड़ी केन्द्र भवन निर्माण, सेग्रीग्रेशन शेड निर्माण इत्यादि की समीक्षा करते हुए उन्होंने मनरेगा के कार्यों में लापरवाही बरतने के कारण 7 तकनीकी सहायकों को शो-कॉज नोटिस जारी किये जाने के निर्देश दिये। जिसके तहत नरवा विकास के कार्यों को प्रारंभ नहीं करने के लिए तकनीकी सहायक गेवेश सोनेवरा एवं पिंकी ठाकुर, वनाधिकार पट्टेधारकों के भूमि में हितग्राहीमूलक कार्यों में अद्यतन प्रगति नहीं लाने हेतु तकनीकी सहायक दुर्गेश मरकाम तथा सामाजिक अंकेक्षण में लापरवाही बरतने के लिए तकनीकी सहायक पिंकी ठाकुर, भानू वट्टी, मोहन ध्रुव, स्नेहा साहू एवं प्रियंका ठाकुर को शो-कॉज नोटिस जारी किये जाने के निर्देश दिये गये। उन्होंने आगामी दिनों में मनरेगा के कार्यों पर पूरा ध्यान केंद्रीत कर संचालित किये जाने कहा और नियत समयावधि में पूर्ण किये जाने के निर्देश दिये।
मनरेगा में निर्धारित लक्ष्य 26 लाख 29 हजार मानव दिवस के विरुद्ध अब तक 23 लाख 43 हजार मानव दिवस रोजगार के अवसरों का सृजन
बैठक में अवगत कराया गया कि राज्य स्तर से मनरेगा के रोजगारपरक कार्यों के लिए प्राप्त लक्ष्य 26 लाख 29 हजार मानव दिवस रोजगार सुलभता के विरुद्ध जिले में अब तक 23 लाख 43 हजार मानव दिवस रोजगार के अवसरों का सृजन किया गया है। जो पूरे प्रदेश में 5 वें स्थान पर है और बस्तर संभाग में लक्ष्य प्राप्ति के दृष्टिकोण से पहले स्थान पर है। जिले में मनरेगा के अंतर्गत वनाधिकार पट्टेधारकों के भूमि समतलीकरण, डबरी निर्माण, मेड़ बंधान, कूप निर्माण सहित अन्य कार्यों में मिट्टीकृत सड़क निर्माण,बकरी शेड, कुक्कुट शेड, सूकर शेड निर्माण इत्यादि संचालित किये जा रहे हैं। इसके साथ ही अमृत सरोवर तथा नरवा विकास के कार्यों को प्राथमिकता के साथ संचालित किया जा रहा है। बैठक में मनरेगा से वनाधिकार पट्टेधारकों को प्राथमिकता के साथ लाभान्वित करने सहित मत्स्यपालन, साग-सब्जी उत्पादन, कुक्कटपालन,बकरीपालन, गौपालन,सूकरपालन इत्यादि आयमूलक गतिविधियों हेतु विभिन्न विभागीय योजनाओं से सहायता प्रदान करने के लिये समन्वित प्रयास किये जाने के निर्देश दिये गये। बैठक में सहायक परियोजना अधिकारी मनरेगा त्रिलोकी अवस्थी सहित जिले के ब्लॉकों में पदस्थ कार्यक्रम अधिकारी और सभी तकनीकी सहायक मौजूद थे।