
राजधानी में नर्मदा जयंती मंगलवार को उत्साह व श्रद्धा से मनाई जा रही है। एक दिन पहले ही मंदिरों व घाटों पर नर्मदा जयंती हेतु पूजन की तैयारियां पूरी कर ली गई थीं। आज इस पावन मौके पर कई जगह धार्मिक अनुष्ठानों के आयोजन किए जा रहेे हैं। तुलसी नगर स्थित नर्मदा मंदिर, शीतलदास की बगिया घाट पर प्रमुख धार्मिक कार्यक्रम होने जा रहे हैं। आज जल कलश यात्राएं निकलेंगी। पूजा-अभिषेक व आरती होगी। नर्मदाष्टक पाठ होगा। शीतलदास की बगिया घाट पर नागरिक कल्याण समिति व अन्य कई संगठन बड़े तालाब में नर्मदा जल प्रवाहित कर दीपदान करेंगे।
ज्योतिषाचार्य पंडित विनोद रावत और पंडित जगदीश शर्मा ने बताया कि मां नर्मदा जयंती के साथ अचला सप्तमी का त्योहार आठ फरवरी को सर्वार्थसिद्घि योग में उत्साह के साथ मनाया जाएगा। मां नर्मदा जयंती के त्योहार में स्नान पूजा पाठ आरती व प्रसादी का वितरण होगा। अलौकिक व पुण्यदायिनी मां नर्मदा के जन्मदि न,माघ शुक्ल सप्तमी को नर्मदा जयंती महोत्सव को हर साल श्रद्धा व उत्साह से मनाया जाता है। नमामि देवी नर्मदे के दर्शन मात्र से पापों का नाश होता है। गंगा स्नान का जो पुण्य प्राप्त होता है। मां नर्मदे के दर्शन मात्र से वह फल प्राप्त हो जाता है। स्नान दान करने से पापों का नाश हो जाता है। आज नर्मदापुरम में नर्मदा में सेठानी घाट पर लाखों भक्तों के द्वारा पूजा-पाठ, आरती के साथ प्रसाद वितरण किया जाएगा। ओमकारेश्वर ज्योर्तिलिंग के साथ मां नर्मदा की परिक्रमा नाव के द्वारा कुछ घंटों में मां नर्मदा की परिक्रमा कर सकते हैं। नमामि देवी नर्मदे मंत्र के साथ मां नर्मदा का जल ग्रहण करने से पापों का नाश होता है।