राजनांदगाव: सृजन संवाद में मनाई गई ठाकुर प्यारेलाल की 130वीं जयंती
राजनांदगाव : मुक्तिबोध संग्रहालय स्थित ‘सृजन सवाद’ भवन में आज साहित्यकारों ने ठाकुर प्यारेलाल सिंह की १३०वीं जयंती मनाई. व्यंग्यश्री गिरीश पंकज के मुख्य आतिथ्य तथा प्राचार्य डॉ. के. एल. टांडेकर की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में साहित्यकार श्री प्रभात मिश्र विशेष वक्ता के रूप में आमंत्रित थे. इस अवसर पर ठाकुर प्यारेलाल सिंह के पौत्र श्री आशीष ठाकुर को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित कर सम्मानित किया गया.
राजनांदगाव की साहित्यिक संस्था ‘सृजन संवाद समिति’ द्वारा आयोजित इस समारोह में स्थानीय साहित्यकारों, पत्रकारों, प्राध्यापकों सहित विद्यार्थियों और शोधार्थियों ने ठाकुर प्यारेलाल के जीवन-दर्शन पर अपने विचार प्रकट किये. कार्यक्रम प्रभारी डॉ. शंकर मुनि राय ने अपने स्वागत सम्बोधन में कहा कि स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव में ठाकुर प्यारेलाल की जयंती साहित्यिक गरिमा के साथ मनाना अपने पुरखे को याद करने जैसा है. इस भवन में इस तरह के आयोजन लगातार होते रहेंगे, इसके लिए महाविद्यालय के प्राचार्य सहित यह समिति भी कृतसंकल्पित है.
ठाकुर प्यारेलाल के पारिवारिक और सामाजिक जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनके पौत्र आशीष ठाकुर ने कहा कि ठाकुर साहब स्वतंत्रता संग्राम सेनानी तो थे ही, ऐसे राजनेता भी थे जो आजीवन दूसरों के लिए काम करते रहे. वे ऐसे विधायक थे जिनकी अंतिम यात्रा किराये के मकान से निकली थी. मुख्य अतिथि गिरीश पंकज ने उनके जीवन दर्शन को गाँधी दर्शन से जोड़कर आज भी प्रासंगिक बताया तो प्रभात मिश्र ने भी उनका मूल्याङ्कन युगपुरुष के रूप में किया. कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ. टांडेकर ने कहा कि युगपुषों के स्मरण से नई ऊर्जा मिलती है. सृजन संवाद के कार्यक्रमों को विस्तारित करने तथा भवन में सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए भी आपने समिति को आश्वस्त किया.
कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. नीलू श्रीवास्तव और अनिता शंकर के सामूहिक सरस्वती वंदना और राजगीत के गायन से हुआ. पत्रकारिता विभाग की प्रभारी डॉ. बी.एन. जागृत ने ठाकुर साहब के जीवन प्रसंगों का उल्लेख करते हुए रोचक ढंग से कार्यक्रम का संचालन किया तथा संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ. दिव्य देशपांडेय ने आभार प्रकट किया.
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ी साहित्य समिति के जिला अध्यक्ष श्री आत्माराम कोशा ‘अमात्य’ और संरक्षक आचार्य सरोज द्विवेदी, डॉ. चंद्रशेखर शर्मा तथा डॉ, नीलम तिवारी ने भी ठाकुर प्यारे लाल के जीवन-दर्शन के विभिन्न पक्षों पर प्रकाश डाला. समारोह में स्थानीय साहित्यकार कुबेर साहू, शैलेश गुप्ता, गिरीश ठक्कर, महेंद्र बघेल, यूनुस अजनबी, पवन यादव ‘पहना’, हेमलाल सहारे, कैलाश कुमार, प्रियंका देवांगन और पत्रकार ठाकुर बीरेंद्र बाहदुर सिंह, अखिलेश खोब्रागढ़े, लोकेश कुमार, अमितेश सोनकर आदि उपस्थित थे. डॉ. शैलेन्द्र सिंह, डॉ. अनिता महेश्वर, डॉ. मीना प्रसाद, उषा ठाकुर, एस कुमार और शोधार्थी बिन्दु डड़सेना आदि की उपस्थिति और सहयोग से कार्यक्रम सफल हुआ.