पंडालों में कोराेना प्रोटोकॉल के बीच होगी पूजा-अर्चना
सख्त गाइडलाइन के बीच शुक्रवार से गणेशोत्सव की शुरुआत होगी। इस बार भी पंडालों में सादगी से ही भगवान गणेश की पूजा-अर्चना होगी। समितियों ने किसी बड़े आयोजनों की तैयारी नहीं की है। इसकी वजह कोरोना को लेकर जारी गाइडलाइन है।
गणेश पर्व को लेकर शहर की विशेष पहचान है। धूमधाम से मनाया जाता रहा है, लेकिन दो साल से सभी तरह की परंपराओं पर विराम लगा हुआ है। यह तीसरा साल होगा जब पर्व के दौरान किसी तरह के वृहद आयोजन नहीं होगा। झांकी पर पहले ही प्रतिबंध लगाया जा चुका है। पंडालों के साइज को लेकर जारी गाइडलाइन की वजह से स्थल झांकियां भी नहीं होंगी। समितियों ने सादगीपूर्ण ढंग से प्रतिमा स्थापना कर परंपरा का निर्वहन करने की तैयारी की है। इधर साउंड सिस्टम वालों के विरोध का भी बड़ा असर प्रशासन को नहीं हुआ। अनुमति के बाद निर्धारित क्षमता के ही साउंड सिस्टम का इस्तेमाल पंडालों में किया जा सकेगा। इसके चलते इस बार भी साउंड सिस्टम से लेकर डेकोरेशन वालों को उम्मीद के मुताबिक काम नहीं मिल पाया है।
छूट का असर नहीं, 4 फीट की प्रतिमाएं ही विराजेंगी
प्रशासन ने गणेश प्रतिमाओं की हाइट को लेकर कुछ छूट जरूरी दी है लेकिन इसका फायदा मूर्तिकारों से लेकर समितियों को नहीं मिल पाया है। पर्व के दो दिन पहले ही छूट का निर्देश मिला। ऐसे में मूर्तिकार अचानक प्रतिमाओं की हाइट नहीं बढ़ा सके। वहीं ज्यादातर प्रतिमाएं पहले से ही बुक हो चुकी थी। इसके चलते इस बार भी पंडालों में 4 फीट की प्रतिमा की ही स्थापना होगी।
छोटी प्रतिमाओं की बिक्री अधिक, घर-घर होगी पूजा
सख्त गाइडलाइन के चलते जहां शहर में पंडालों की संख्या घटी है, वहीं घर-घर में प्रतिमा स्थापित करने वालों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। मूर्तिकारों ने बताया कि इस बार छोटी प्रतिमाओं की बिक्री बीते सालों से अधिक हुई है। शहर में पर्व का उत्साह कम होने के चलते लोग अब घरों में ही विघ्नहर्ता की पूजा कर रहे हैं। बीते साल भी छोटी प्रतिमाओं की बिक्री रिकाॅर्ड रही है, इस बार की स्थिति बीते साल से भी बेहतर है।
पड़ोसी राज्य में बढ़े मामले, त्योहारी सीजन में बढ़ी भीड़
पर्व के दौरान भीड़ नियंत्रित करना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती साबित होगी। हालांकि कलेक्टर ने बैठक लेकर अफसरों को जिम्मेदारी जरूर दी है। जो भीड़ नहीं जुटने की अपील करेंगे। इधर पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। यह भी चिंताजनक साबित हो रहा है। बाॅर्डर पर तो सख्ती बढ़ाई गई है, लेकिन बाजार क्षेत्र में त्योहारी सीजन में भीड़ जुट रही है।