पेंड्री हॉस्पिटल में शाम 4 बजे के बाद सिजेरियन डिलीवरी नहीं, प्राइवेट नर्सिंग होम जाना पड़ रहा
मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल को पेंड्री स्थित नई बिल्डिंग में शिफ्टिंग तो कर दी गई है पर यहां पर्याप्त सुविधाएं और संसाधन मुहैया नहीं कराई गई है। स्थिति यह है कि प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग में तो शाम 4 बजे के बाद सिजेरियन डिलीवरी नहीं हो रही है। यहां डॉक्टरों की कमी के चलते सुबह 8 से 4 बजे तक ही सिजेरियन के केस लिए जा रहे हैं।
रात को आने वाले सिजेरियन केस तो रेफर कर दिए जा रहे हैं। मजबूरी में लोग प्रसूता को प्राइवेट नर्सिंग होम में भर्ती करा रहे हैं। यहां तक विशेषज्ञों की कमी के कारण नसबंदी सहित परिवार नियोजन संबंधित केसेज को जिला अस्पताल भेज दिया जा रहा। पेंड्री हॉस्पिटल में मेडिकोलीगल के कार्य भी नहीं हो रहे हैं। प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग में 1 प्राध्यापक, 2 सीनियर रेसीडेंट, 5 जूनियर रेसीडेंट कार्यरत हैं। सह प्राध्यापक 2 एवं सहायक प्राध्यापकों के 4 पद रिक्त हैं।
संक्रमितों की सिर्फ नॉर्मल डिलीवरी, सिजेरियन बंद
यहां पर कोविड संक्रमित या फिर कोविड संभावित गर्भवतियों का मेडिकल इलाज और नॉर्मल डिलीवरी कराई जा रही है पर सिजेरियन केस बंद कर दिया गया है। कोविड संक्रमितों का सिजेरियन नहीं कर रहे हैं। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि डॉक्टर सीमित हैं और अगर ये भी संक्रमित हो जाएंगे तो फिर दूसरे केसेज नहीं निपटा पाएंगे। इस वजह से कोविड संक्रमितों का फिलहाल सिजेरियन डिलीवरी नहीं करा रहे हैं।
गर्भवतियों को लेकर प्राइवेट अस्पताल में जा रहे परिजन
शाम 4 बजे के बाद सिजेरियन डिलीवरी नहीं होने की वजह से गर्भवतियों को प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराना पड़ रहा है। अंबागढ़ चौकी से पहुंचे रमेश हिड़ामे ने बताया कि मंगलवार शाम को पत्नी को भर्ती कराने पहुंचे थे। महिला दर्द से कराह रही थी। सेकंड डिलीवरी थी। इसलिए सिजेरियन डिलीवरी की स्थिति थी पर डॉक्टरों ने मना कर दिया। छुरिया के दीपक रामटेके ने बताया कि रात को 8 बजे यहां नहीं लेने पर मजबूरी में निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराए हैं।
चयन फिर भी डॉक्टर नहीं दे रहे
प्रदेश के अन्य मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग में पर्याप्त डॉक्टर दिए गए हैं पर राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर नहीं भेज रहे हैं। हाल ही में सीजी पीएससी के माध्यम से डॉक्टरों का चयन किया गया है। बावजूद यहां डॉक्टर नहीं भेजे गए हैं। सहायक अधीक्षक डॉ सीएस मोहबे का कहना है कि प्रसूति वार्ड के लिए तीन डॉक्टरों की मांग की गई है।