जिन हाथों में रचनी थी मेहंदी आज उसमें हैं गल्बस

बिलासपुर. कोरोना वायरस से फैला संकमण पूरे देश में कहर बरपा रहा है. अभी तक इस वायरस की चपेट में आने से देशभर में 35 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं. सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है. हालांकि, इसके रोकथाम के लिए कोरोना वॉरियर्स दिन-रात काम करे रहे हैं. इसके साथ ही कई कोरोना वॉरियर्स ने कोरोना के इस संक्रमण काल में ड्यूटी को फर्ज मानते हुए तय तिथि पर अपनी शादी तक नहीं की. शादी की तिथि को आगे बढ़ा दिया. अब ताजा मामाल छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में सामने आया है, जहां एक नर्स की शादी एक मई को थी. लेकिन उसने ड्यूटी को अपना कर्तव्य मानते हुए शादी को टाल दिया और कोरोना महामारी में अपनी ड्यूटी कर रही है.
जानकारी के मुताबिक, बिलासपुर के इस बेटी का नाम शर्मिला है. शर्मिला के जिन हाथों में चूड़ा और मेहंदी लगी होती आज वह उन होथों में गल्बस पहन रखी है. क्योंकि उसने शादी से पहले अपनी ड्यूटी को महत्व दिया. शर्मिला ने बताया कि उसकी एक मई को शादी तय थी. कार्ड भी छप गए थे. लेकिन कोरोना वायरस के कहर के चलते उसकी चंडीगढ़ की ग्रेन मार्केट में ड्यूटी लगी है. ऐसे में शर्मिला ने ड्यूटी पर रहने का फैसला करते हुए शादी बाद में करने का निर्णय लिया.
दरअसल, शर्मिला चंडीगढ़ के सेक्टर 49 स्थित एक डिस्पेंसरी में नर्स है. 7 अप्रैल से वो चंडीगढ़ की सब्ज़ी मंडी और ग्रेन मार्किट में आने वाले हज़ारों लोगो की स्क्रीनिंग कर रही हैं. हर रोज वह सुबह से शाम तक पीपीई किट पहनकर सब्ज़ी मंडी के उस द्वार पर तैनात रहती है. यहां से सब्जी मंडी और ग्रेन मार्किट में आने वाले हज़ारों लोगों ने एंट्री करनी होती है. वो स्क्रीनिंग करने के साथ-साथ हालचाल पूछते हुए उनकी डिटेल्स भी नोट करती है.