सफलता की कहानी : 5 करोड़ 2 लाख रूपए की लागत से खुर्सीपार एवं मनेरी जलाशय के मुख्य नहर एवं बांध के जीर्णोंद्धार से बढ़ी सिंचाई की सुविधाएं
ग्राम करेठी, केरेगांव, जामसरार एवं गुंगेली नवागांव के किसानों में खुशी, सिंचाई क्षेत्र में 273 हेक्टेयर की हुई वृद्धि
राजनांदगांव 13 दिसम्बर । किसानों को सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए शासन की ओर से वर्ष 2019-20 में 2 करोड़ 76 लाख रूपए की लागत से खुर्सीपार जलाशय एवं 2 करोड़ 26 लाख रूपए की लागत से मनेरी जलाशय के मुख्य नहर एवं बांध का जीर्णोद्धार कराया गया है। किसानों की आर्थिक समृ़द्धि शासन की प्राथमिकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए सिंचाई सुविधाओं का विस्तार किया गया है।
छुरिया विकासखंड ग्राम खुर्सीपार स्थित खुर्सीपार जलाशय से पहले मात्र 200 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई हो पाती थी। लेकिन अब मुख्य नहर एवं बांध के जीर्णाेद्धार के बाद इस वर्ष 404 हेक्टेयर क्षेत्र में किसानों को सिंचाई सुविधाएं उपलब्ध हो सकी। सिंचाई क्षेत्र में 204 हेक्टेयर की वृद्धि हुई है। विगत 7 वर्षों से ग्राम करेठी तथा केरेगांव में पानी नहीं पहुंच पाता था। इस वर्ष किसानों को पर्याप्त पानी मिला। जीर्णोद्धार होने से सिंचाई क्षमता बढ़ी और सिंचाई सुविधा का विस्तार हुआ। जिससे इस क्षेत्र के किसानों में हर्ष व्याप्त है। मुख्य कार्यपालन अभियंता जल संसाधन श्री उमेश मिश्रा ने बताया कि डोंगरगांव विकासखंड के ग्राम मनेरी स्थित मनेरी जलाशय से पहले 238 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई हो पाती थी। वर्ष 2019-20 में 2 करोड़ 26 लाख रूपए की लागत से मुख्य नहर एवं बांध का जीर्णाेद्धार कराया गया जिसके बाद 307 हेक्टेयर क्षेत्र में किसानों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराई गई है। सिंचाई क्षेत्र में 69 हेक्टेयर की वृद्धि हुई। विगत 7 वर्षों से ग्राम जामसर तथा गुंगेली नवागांव में पानी नहीं पहुंच पाता था, इन ग्रामों में इस वर्ष किसानों को पर्याप्त पानी मिला, जिससे किसानों में प्रसन्नता है।