रायपुर : राज्य में रोजाना 2 लाख से ज्यादा जरूरतमंदों को मिल रहा निःशुल्क भोजन व खाद्यान्न
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के मंशानुरूप राज्य के सभी जिलों में गरीबों, अन्य स्थानों के श्रमिकों एवं निराश्रित लोगों को निःशुल्क भोजन व खाद्यान्न पैकेट उपलब्ध कराए जाने का सिलसिला अनवरत रूप से जारी है। कोरोना संक्रमण के कारण लॉकडाउन के चलते छत्तीसगढ़ राज्य में रोजाना दो लाख से अधिक लोगों को निःशुल्क भोजन एवं खाद्यान्न सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है। राज्य के विभिन्न जिलों में संचालित राहत शिविरों में रह रहें अन्य प्रदेशों के प्रवासी श्रमिकों सहित छत्तीसगढ़ के जरूरतमंद लोगों को चाय, नाश्ता, भोजन एवं अन्य आवश्यक सामग्री जिला प्रशासन एवं समाजसेवी संस्थाओं के सहयोग से निःशुल्क प्रदाय की जा रही है। आज 19 अप्रैल को राज्य में दो लाख 16 हजार 90 लोगों को एक ओर जहां निःशुल्क भोजन एवं खाद्यान्न सामग्री प्रदान की गई वहीं दूसरी ओर कोरोना से बचाव के लिए 72 हजार 521 मास्क एवं सेनेटाइजर का निःशुल्क वितरण किया गया।
यहां यह उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमण की वजह से लॉकडाउन के चलते जिलों में प्रशासन द्वारा समाजसेवी संस्थाओं एवं दानदाताओं के सहयोग से संचालित राहत कार्यक्रमों एवं शिविरों के माध्यम से छत्तीसगढ़ राज्य में अब तक 35 लाख 70 हजार 668 लोगों को निःशुल्क भोजन एवं खाद्यान्न पैकेट उपलब्ध कराया गया है। स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से कोरोना संक्रमण के बचाव के लिए राज्य में अब तक 32 लाख 73 हजार 362 मास्क, सेनेटाईजर एवं अन्य सामग्री का निःशुल्क वितरण जन सामान्य को किया गया है।
जिला प्रशासन एवं समाजसेवी संस्थाओं के सहयोग से आज 19 अप्रैल को दुर्ग जिले में सर्वाधिक 82767 लोगों को निःशुल्क भोजन एवं राशन प्रदाय किए जाने के साथ ही कोरोना से बचाव के लिए मास्क एवं अन्य सामाग्री का वितरण किया गया है। इसी तरह सुकमा जिले में 918, राजनांदगांव में 6206, रायगढ़ 4300, बस्तर में 11838, कांकेर में 9439, बीजापुर में 1722, जशपुर में 1470, कोरिया में 1049, सूरजपुर में 1199, बालोद में 1070, कबीरधाम में 2124, बलौदाबाजार में 3947, धमतरी में 1876, महासमुंद में 1068, बलरामपुर में 8946, कोरबा में 9581, सरगुजा में 3058, जांजगीर-चांपा में 20146, बिलासपुर में 7113, रायपुर में 30394, कोण्डागांव में 1196, दंतेवाड़ा में 47697, बेमेतरा में 620, गरियाबंद में 7094, नारायणपुर में 2232, मुंगेली में 17715 तथा गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में 1826 जरूरतमंदों को निःशुल्क भोजन, राशन एवं अन्य सहायता उपलब्ध करायी गई हैं।