संक्रमित की शव यात्रा में हुई भीड़, अब पंडाल लगाकर मृत्यु भोज की तैयारी; संदिग्ध की मौत हो गई, परिजनों ने नहीं लेने दिया सैंपल
रायपुर -छत्तीसगढ़ के रायपुर में कोरोना संक्रमण और मौत के आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं। बावजूद इसके लोग लापरवाही करने से बाज नहीं आ रहे। शहर की ऐसी दो खबरें सामने आई हैं, जो खुद के साथ और लोगों की जान भी जोखिम में डाल रही हैं। डीडी नगर में जहां संदिग्ध की मौत के बाद भी उसका सैंपल नहीं लेने दिया गया। वहीं गुढियारी में पॉजिटिव की मौत के बाद मृत्यु भोज की तैयारी चल रही है।
पहला मामला नगर निगम के जोन 8 में गुढियारी क्षेत्र का है। स्थानीय निवासी जगदीश कोरोना पॉजिटिव थे। उनकी मौत 2 सितंबर को हो गई थी। बताया जा रहा है कि नियमों की धज्जियां उड़ाकर जगदीश की अंतिम यात्रा में सैकड़ों लोग शामिल हुए। अब परिवार ने मृत्यु भोज की तैयारी कर ली है। इसके लिए घर के बाहर पंडाल भी लगा दिया गया है। और पड़ोसी की छत पर खाना बनाया जा रहा है।
आसपास के लोगों में इसको लेकर काफी नाराजगी है। लोगों का कहना है कि ऐसा कर परिवार सबकी जान खतरे में डाल रहा है। वहीं पूर्व पार्षद प्रीतम ठाकुर का कहना है कि पूरा परिवार कोरोना संक्रमित है। इसके बाद भी पंडाल लगाकर श्राद्ध भोज देने की तैयारी की जा रही है। सड़क पर पंडाल लगा रख है, लेकिन न पुलिस को दिख रहा है, न निगम की टीम को। अंतिम संस्कार में भी कई लोग गए थे।
वहीं दूसरा मामला निगम के जोन-5 का है। कुशालपुर निवासी मनोहर की गुरुवार को मौत हो गई थी। इसके बाद स्थानीय पार्षद ने उसके पॉजिटिव होने की आशंका व्यक्त की। उसका भाई भी पॉजिटिव मिला है। इस पर निगम की टीम सैंपल लेने के लिए पहुंच गई, लेकिन परिजनों ने उन्हें रोक दिया। इस पर पुलिस और निगम की टीम ने उन्हें काफी समझाया, पर परिजन मानने के लिए तैयार नहीं हुए।
बताया जा रहा है कि मृतक के अंतिम संस्कार में भी 50-60 लोग शामिल हुए थे। निगम की टीम के लौटने और सैंपल नहीं देने के बाद इंसीडेंट कमांडर ने परिजनों के खिलाफ पुलिस को मेमोरेंडम भेजा है। मामला डीडी नगर का है, लेकिन पॉजिटिव मिलने के बाद से ही थाना सील है। ऐसे में इलाके को तीन थानों में बांटा गया है। फिलहाल एफआईआर कहां दर्ज की जाएगी, इस बारे में नहीं पता चला है।