खुरमी, ठेठरी, फरा, गुजिया, चीला, जैसे स्वादिष्ट स्थानीय व्यंजनों से सजा गढ़कलेवा कोरबावासी ले सकेंगे छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का स्वाद
कलेक्टर श्रीमती कौशल ने कलेक्टोरेट परिसर में की गढ़कलेवा की शुरूआत
कोरबा – प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर कोरबा कलेक्टोरेट परिसर में आज कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का सुसज्जित रेस्टोरेंट गढ़कलेवा का शुभारंभ किया। एडीएम संजय अग्रवाल और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में शुरू हुए इस रेस्टोरेंट में खुरमी, ठेठरी, फरा, गुजिया, अंगाकर रोटी, चीला, कढ़ी, अनरसा, भोभरा जैसे स्वादिष्ट स्थानीय व्यंजन कोरबा वासियों के लिए उपलब्ध होंगे। कोरबा वासियों को छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का स्वाद दिलाने के लिए तात्कालिक तौर पर गढ़कलेवा कलेक्टोरेट परिसर में शुरू किया गया है। कुछ दिनो बाद इसे घंटाघर चौक स्थित नए चौपाटी परिसर में संचालित किया जाएगा। चौपाटी के नवनिर्मित परिसर में सुसज्जित गढ़कलेवा केन्द्र शुरू करनेे की तैयारियां तेजी से जारी हैं। चौपाटी स्थित नये परिसर में इसके लिये जगह का चिन्हांकन कर लिया गया है। गढ़कलेवा खुल जाने से एक ओर कोरबावासियों को अब छत्तीसगढ़ी व्यंजनांे का स्वाद मिल पायेगा वहीं दूसरी ओर स्थानीय महिला समूहों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पहले ही सभी जिला मुख्यालयों में राजधानी रायपुर की तर्ज पर छत्तीसगढ़ी व्यंजनों के लिये प्रसिद्ध गढ़कलेवा रेस्टोरेंट शुरू करने के निर्देश दिये हैं। बघेल ने छत्तीसगढ़ के राज्य बजट में भी जिला मुख्यालयों में गढ़कलेवा केन्द्र खोलने के लिये स्व सहायता समूहों को जरूरी सुविधायें, प्रशिक्षण और वित्तीय सहायता भी उपलब्ध कराने का प्रावधान किया है। इस गढ़कलेवा केन्द्र में छत्तीसगढ़ के पारंपरिक व्यंजनों खुरमी, ठेठरी, फरा, गुजिया, अंगाकर रोटी, चीला, कढ़ी, अनरसा, भोभरा जैसे स्वादिष्ट स्थानीय व्यंजनों का स्वाद चखने का मौका कोरबावासियों को कोरबा में ही मिल पायेगा। छत्तीसगढ़ी व्यंजनों को ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ शहरी क्षेत्रों में भी लोकप्रिय करने का यह गढ़कलेवा रेस्टोरेंट विशेष केन्द्र होंगे। छत्तीसगढ़ के पारंपरिक व्यंजनों का प्रदेश की संस्कृति और तीज-त्यौहारों में महत्व को भी जन-जन तक पहुॅंचाने में इन केन्द्रों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी।