राजनांदगांव : गायत्री विद्यापीठ में विज्ञान मेले का आयोजन 6 को
राजनांदगांव। जिले की प्रतिष्ठित शाला गायत्री विद्यापीठ में दिनांक 6 नवंबर को प्रात: 9.30 बजे से दोपहर 3 बजे तक विज्ञान मेले का भव्य आयोजन किया जा रहा है। जिसमें साइंस के साथ-साथ मैथ्स, कॉमर्स, सोशल स्टडी आदि अनेक महत्वपूर्ण विषयों पर भी शाला के विद्यार्थियों द्वारा मॉडल प्रस्तुत किए जाएंगे। साथ ही साथ शाला के शिक्षकों द्वारा एक से बढ़कर एक स्वादिष्ट एवं पौष्टिक व्यंजनों की भरमार कूपन के साथ रखे जाएंगे। विज्ञान मेला में नुक्कड़ नाटक, चन्द्रयान-3, मैजिक शो, वर्ल्ड आॅफ रोबोटिक्स भी मुख्य आकर्षण का केंद्र होगा। शाला की प्राचार्य श्रीमती वत्सला अय्यर एवं शिक्षकों की टीम के मार्गदर्शन में बनाए गए एक से बढ़कर एक मॉडल भी आकर्षण का केंद्र होगा।
प्राचार्य श्रीमती वत्सला अय्यर द्वारा इस मेले में शहर के गणमान्य नागरिकों एवं समस्त पालकों से समय पर आकर मेले का लाभ लेने की अपील की है। उक्त जानकारी शाला की व्याख्याता श्रीमती उषा झा ने दी।
गायत्री विद्यापीठ में रंगोली एवं आरती थाली सजाओ प्रतियोगिता का आयोजन
राजनांदगांव। जिले की प्रतिष्ठित शाला गायत्री विद्यापीठ में आरती थाली सजाओ एवं रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन शनिवार को किया गया। जिसमें कक्षा 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। इस प्रतियोगिता में विद्यार्थियों द्वारा एक से बढ़कर एक सुन्दर कलाकृति का प्रदर्शन किया गया। इसमें बच्चों ने अपने हाथों से आरती थाली सजाकर सभी का मन मोह लिया। वहीं सुंदर रंगोली भी आकर्षण का केंद्र रही। इसमें कुछ बच्चों ने मतदान विषय पर भी रंगोली बनाकर सभी का ध्यान खींचा। सम्पूर्ण आयोजन शाला की प्राचार्य श्रीमती वत्सला अय्यर के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। बच्चों की इस सुंदर कला की सराहना गायत्री शिक्षण समिति के अध्यक्ष श्री बृजकिशोर सुरजन, उपाध्यक्ष श्रीमती संध्यादेवी सिंघल, श्री राजेश जैन, सचिव श्री गगन लड्ढा, सहसचिव श्री निकुंज सिंघल, कोषाध्यक्ष श्री सूर्यकांत जी चितलांग्या, संरक्षक श्री नंदकिशोर सुरजन, श्रीमती सुषमा सुरजन, सांस्कृतिक प्रभारी श्री हरीश गांधी, प्राचार्य श्रीमती वत्सला अय्यर, उपप्राचार्य श्रीमती रश्मि ठाकुर द्वारा की गई।
उक्त प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका में श्रीमती उर्मिला मिश्रा, श्रीमती सीमा गायधाने, श्रीमती वसुधा लड्ढा एवं श्रीमती सोनल रायचा थी। उक्त जानकारी शाला की व्याख्याता श्रीमती उषा झा ने दी।