रायगढ़ : हमारे जीवन के डोर हैं पेड़ – सुनील रामदास
सरिया के पास स्थित ग्राम भटली खेल मैदान में रामदास द्रौपदी फाउंडेशन द्वारा वृहद वृक्षारोपण किया गया। इस अवसर पर ग्राम के सैकड़ों गणमान्य जन और मातृशक्ति द्वारा सभा आयोजित किया गया था।
इस सभा को सरिया भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष गोविन्द अग्रवाल, सरिया नगर पंचायत के अध्यक्ष स्वप्निल स्वर्णकार, गुरूकुल तुंरगा के आचार्य राकेश और अंत में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भाजपा कार्यकर्ता व रामदास द्रौपदी फाउंडेशन के चेयरमैन सुनील रामदास ने संबोधित किया।
आयोजित सभा को आचार्य राकेश ने संबोधित करते हुए कहा कि प्रकृति के संरक्षण का कार्य रामदास द्रौपदी फाउंडेशन द्वारा निरंतर कई वर्षों से सुनील रामदास जी के नेतृत्व में किया जा रहा है। यह कार्य बिना किसी अपेक्षा का चलाया जाना उनके महनीय व्यक्तित्व को प्रदर्शित करता है और समाज में लोगों से सरलता से मिलना तथा समाज उत्थान के लिए कार्य करना इनके व्यक्तित्व का परिचय है। इसलिए ऐसा सरल व्यक्तित्व, नेतृत्व कर्ता रूप में यदि समाज को मिल जाए तो समाज का उत्थान द्रुत गति से होगा और ऐसा व्यक्ति ही समाज को सकारात्मक दिशा दे सकता है।
वहीं कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे भाजपा नेता सुनील रामदास ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि पेड़ हमें सिर्फ देते हैं, हमसे वे किसी प्रकार की अपेक्षा नहीं रखते और वे हमारे जीवन के आवश्यक अवयव हैं, जो कि हमें फल, फूल, भोजन यहां तक कि हमारे उपयोगिता की लगभग हर वस्तु पेड़ों और पौधों से ही प्राप्त होता है। जैसे – कागज पेड़ों से ही बनाया जाता है और हमारे खाद्य शृंखला की लगभग वस्तु पौधे से प्राप्त होते हैं, जिसमें गेहूं, धान, अरहर सहित हर प्रकार के अनाज व दलहन एवं तिलहन आदि पौधों से प्राप्त होते हैं, तो वहीं फल, फूल, आदि भी हमें पेड़ों से प्राप्त होते हैं।
इसके अतिरिक्त हमरे घरों में पलंग से लेकर लगभग हर उपस्कर लकड़ी के होते हैं और लकड़ी पेड़ों से प्राप्त होता है। वस्तुतः मानव जीवन में पेड़ों की उपयोगिता यहीं समाप्त नहीं हो जाती है। यह मानव जीवन के लिए एक और उपयोगी तत्व देते हैं, जिसे विज्ञान की भाषा में ऑक्सीजन कहा जाता है, तो हिन्दी में इसे प्राण वायु के नाम से जाना जाता है। इसमें गौर करने वाली बात यह है कि उपरोक्त सभी प्रकार के अवयवों, तत्वों और उपकरणों के बिना जीवन तो रह सकता है, लेकिन बिना ऑक्सीजन के पृथ्वी पर जीवन संभव नहीं है।
अतः पेड़ हमारे जीवन के डोर हैं और मेरा प्रयास है कि इस डोर के महत्त्व को सभी तक पहुंचा दूं। जिससे कि समाज में पर्यावरण संरक्षण के विषय पर जन जागृति उत्पन्न हो जाए। इसके बाद उन्होंने कार्यक्रम के आयोजन के लिए सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से गुरुकुल तुंरगा के आचार्य राकेश, सरिया भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष गोविन्द अग्रवाल, सरिया नगर पंचायत के अध्यक्ष स्वप्निल स्वर्णकार, भटली के सरपंच युगल किशोर राणा, श्रवण प्रधान, राम कृष्ण साव, पुसौर भाजपा के पूर्व मण्डल अध्यक्ष ईश्वर प्रधान, डमरू प्रधान, धरणीधर देहरी, यदू रावत, करुणा प्रधान, प्यारू राणा, शिव प्रधान, भटली के पूर्व सरपंच रमेश प्रधान, पांडव साहा, डबरा साहा, छत्रपती प्रधान, सुरेंद्र प्रधान, बसंत साहा, हीरालाल यादव, गोपाल धनावत, कैलाश विश्वाल, हृदया नंद साहा, कमल प्रधान, सुनील सारथी, महेन्द्र सिदार, सूरज साहा, कमलेश साहा, लोकेश साहा, करण प्रधान, त्रिलोचन साव, सुदामा देहरी, बिसिकेसन भोय, दिलीप भोय, छवि भोय, घासीराम साव, नेपाल यादव, नवीन राणा, बोजे यादव, नयन प्रधान, चतुर प्रधान, विजय राणा, मिथुन प्रधान, फिरोज प्रधान, त्रिलोचन प्रधान सहित गांव के सैकड़ों गणमान्य जन व मातृशक्ति की उपस्थिति रही।
कार्यक्रम में लगे नारे
सभा स्थल से लगभग पांच सौ मीटर की दूरी पर स्थित खेल मैदान में गांव के सभी लोगों के साथ जब सुनील रामदास पैदल जा रहे थे कि अचानक वहां के युवाओं ने हमारा नेता कैसा हो, सुनील रामदास जैसा हो के नारे लगाने लगे। जिसको शांत कराने के लिए कुछ देर बाद सुनील रामदास ने युवाओं से कहा कि मित्रों मैं आपके स्नेह और प्यार का आभारी हूं। किन्तु इन नारों का राजनीतिक अर्थ होता है। इसलिए मैं जो नारा लगा रहा हूं, वह नारे आप सभी दोहराओ। तब उन्होंने पेड़ लगाओं धरती बचाओ का नारा दिया। इस नारे को कार्यक्रम स्थल से पौधरोपण स्थल तक युवाओं ने जोर-जोर से लगाया। सुनील रामदास के इस पहल का वहां उपस्थित परिपक्व लोगों ने मुक्त कंठ से प्रशंसा भी की।