रायपुर : गौठान बना अवसर : वर्मी कम्पोस्ट खाद से महिलाएं हो रही सशक्त
रायपुर -छत्तीसगढ़ में मेहनतकश लोगों की कमी नहीं है। बस अवसर चाहिए और अवसर दे रहें हैं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल। मुख्यमंत्री ने गांव, गरीब और किसानों की समृद्धि के लिए जल संरक्षण के लिए नदी-नालों का विकास, पशुधन विकास, जैविक खेती और पौष्टिक साग-सब्जी का उत्पादन बढ़ाने के साथ ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाना के उद्देश्य से शुरू किया नरवा, गरवा, घुरवा और बाड़ी विकास योजना।इस योजना से ग्रामीण अंचल की महिलाएं समूह बनाकर कमाई शुरू कर दी है।
बस्तर जिले के बकावंड विकासखंड के दूरस्थ ग्राम मंगनार की 10 महिलाओं ने इसी साल पंचवटी स्व-सहायता समूह का गठन किया और परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने का संकल्प लिया। इन्होंने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) के अधिकारियों से वर्मी कम्पोस्ट खाद (केंचुआ खाद) बनाने की विधि के बारे में जानकारी ली। समूह की अध्यक्ष श्रीमती गोमती कश्यप ने अपने घर पर वर्मी बेड स्थापित किया गया और ढ़ाई से तीन महीने में केंचुआ खाद तैयार कर खुद के खेत में उपयोग किया। उन्होंने केंचुआ खाद से होने वाले फायदों के बारे में समूह की सभी महिलाओं को प्रेरित किया। समूह की महिलाओं ने बड़े पैमाने पर खाद बनाने और बेचने की योजना बनाई।
समूह की महिलाओं ने इस कार्य के लिए गौठान को चुना, क्योंकि गौठान से खाद निर्माण के लिए गोबर की आपूर्ति आसानी से हो सकती थी। ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी की मदद से महिलाओं ने वर्मी बेड को भरना प्रारंभ किया। इस कार्य के लिए 10 नग वर्मी बेड भी कृषि विभाग से निःशुल्क प्रदान किया गया। ढाई से तीन माह में वर्मी खाद पूरी तरह से तैयार हुआ, पहले खेप में 10 क्विंटल केंचुआ खाद का उत्पादन हुआ जिसका विक्रय उद्यानिकी विभाग बकावंड को किया गया। इससे समूह की महिलाओं को 10 हजार रूपए प्राप्त हुए।
महिलाओं ने कृषि विभाग के अलावा व्यक्तिगत किसानों को भी जैविक खाद बेचा इस तरह समूह द्वारा उत्पादित 36 क्विंटल खाद के विक्रय से लगभग 35 हजार रुपये की आमदनी समूह को हुई। केंचुआ खाद के अतिरिक्त केंचुआ का भी विक्रय कर समूह की महिलाओं द्वारा 6 हजार रुपये की अतिरिक्त आय अर्जित की गई। जनपद पंचायत बकावंड ने गौठान के अन्दर ही समूह के लिए पक्का नाडेप का निर्माण करवाया गया। जिसमे आज समूह की महिलाओं द्वारा बड़े पैमाने पर वर्मी कम्पोस्ट खाद तैयार किया जा रहा है।