कांकेर जिला (उत्तर बस्तर)छत्तीसगढ़

नारायणपुर : अनलॉक होते ही जिले की अर्थव्यवस्था ने पकड़ी रफ्तार : लॉक डाउन के दौरान राजीव गांधी किसान न्याय योजना, मनरेगा और वनोपज खरीदी से बाजार में आया उछाल

[responsivevoice_button voice="Hindi Female"]

लॉक डाउन में आर्थिक गतिविधियां संचालित करने से ऑटोमोबाईल, कृषि सहित अन्य ने पकड़ी रफ्तार

वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) से जहां पूरी दुनिया जूझ रही है। विश्वके अधिकांश देश इस भयानक वायरस से प्रभावित हुए हैं। जिसके चलते देश में आर्थिक गतिविधियों में मानो विराम सा लग गया था। लोगों के सामने रोजी-रोटी की समस्या पैदा हो गयी थी। मुख्यमंत्री श्री भूपेष बघेल ने इस समस्या पर संवेदनशीलता के साथ विचार करते हुए लोगों को राहत देने के लिए लाक डाउन  के दौरान राजीव गांधी किसान न्याय योजना, महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना, वनोपज खरीदी तथा तेन्दूपत्ता की खरीदी आदि आर्थिक गतिविधियां सचांलित कर गरीब एवं मध्यम वर्गीय परिवारों को वित्तीय मदद मुहैय्या करायी है। इससे राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में मानो जीवन का संचार हो गया है।

पूरे देश में जहां आर्थिक मंदी का माहौल है, वहीं अनलॉक के बाद छत्तीसगढ़ के साथ-साथ नारायणपुर जिले की अर्थव्यवस्था भी पूरी रफ्तार से चल पड़ी है।जिले में राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत 3684 किसानों के खातों में पहली किस्त के 2 करोड़ 60 लाख 42 हज़ार रुपए ऑनलाईन ट्रांसफर किये गये हैं। वहीं महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत् जिले के 21887 जॉब कार्डधारी परिवारों में से मांग के आधार पर 13574 परिवारों को इस वित्तीय वर्ष में 5 लाख 52 हजार 606 मानव दिवस का रोजगार दिया गया है। जिसके एवज में 11 करोड़ 56 लाख रूपये की मजदूरी दी गयी है।

इसी प्रकार जिले के 17573 वनोपज संग्राहकों को 5 करोड़ 82 लाख रूपये तथा तेन्दूपत्ता खरीदी में 17269 तेन्दूपत्ता संग्राहकों को 5 करोड़ 6 लाख रूपये का भुगतान किया गया है। वनोपज खरीदी में नारायणपुर जिला पूरे प्रदेश में पहले स्थान पर है।मुख्यमंत्री श्री बघेल के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा किए गए सकारात्मक प्रयासों से राज्य में आटोमोबाईल, कृषि सहित अन्य क्षेत्रों में तेेजी देखी जा सकती है। जिले में आर्थिक गतिविधियां संचालित करने से बाजारों एवं आटोमोबाईल सेक्टरों ने रफ्तार पकड़ी है और लगातार उछाल देखने को मिल रहा है। जहां देश के कई राज्यों में आटोमोबाइल सेक्टरों एवं बाजार को मंदी की मार झेलनी पड़ रही है।

राजीव गांधी किसान न्याय योजना, मनरेगा, तेन्दूपत्ता एवं वनोपज खरीदी आदि से मिली राषि से किसान इन दिनों खेती किसानी के सहायक उपकरण के साथ ही ट्रेक्टर और घरेलू वाहनों की खरीदी के कारण ऑटोसेक्टर प्रतिष्ठानों के मालिकों के चेहरे पर भी मुस्कान आयी है। परिवहन अधिकारी, नारायणपुर के अनुसार माह मई 2020 में 74 दुपहिया एवं चार पहिया वाहनों की बिक्री हुई। वहीं माह जून 2020 में 215 दुपहिया एवं चार पहिया वाहनों की बिक्री एवं पंजीयन किया गया, पूरे देश में मंदी होने के बावजूद छत्तीसगढ़ में यह अच्छी स्थिति है।

RO.No.- 12697 54

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker