क्वारेंटाईन सेन्टरों के संचालन में पूरी सावधानी बरतने के निर्देश
कलेक्टर ने ली राजस्व अधिकारियों की बैठक
अन्य योजनाओं की भी हुई समीक्षा
राजनांदगांव 29 जून 2020। कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा ने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जिले में चलाए जा रहे क्वारेंटाईन सेन्टरों के संचालन में पूरी सावधानी बरतने के निर्देश राजस्व अधिकारियों को दिए हैं। वर्मा ने आज कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में आयोजित राजस्व अधिकारियों की बैठक में कहा कि हर क्वारेंटाईन सेन्टर में पूरी व्यवस्थाएं सही तरीके से होनी चाहिए। क्वारेंटाईन सेन्टरों के लिए बनाए गए नोडल अधिकारियों द्वारा सेन्टरों का नियमित निरीक्षण किया जाना जरूरी है। सेन्टरों में रह रहे लोगों की नियमित स्वास्थ्य जांच कराई जाए। सही समय पर गुणवत्तापूर्ण भोजन मिलना चाहिए। बैठक में अपर कलेक्टर श्री ओंकार यदु, अपर कलेक्टर श्री हरिकृष्ण शर्मा, डिप्टी कलेक्टर श्रीमती लता उर्वशा सहित सभी एसडीएम, तहसीलदार उपस्थित थे।
कलेक्टर वर्मा ने राजस्व अधिकारियों को ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के स्वास्थ्य की विशेष निगरानी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बरसात शुरू होते ही ग्रामीण क्षेत्रों में मौसमी बीमारियां शुरू हो जाती हैं। सर्दी, खांसी, बुखार के भी प्रकरण देखने को मिलते हैं। कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस तरह की बीमारियों से पीडि़त लोगों के इलाज के लिए हर संभव उपाए किए जाने चाहिए। हर गांव में सर्वे कराकर मौसमी बीमारियों तथा अन्य बीमारियों से पीडि़त खासकर बच्चों और गर्भवती महिलाओं की विशेष जानकारी रखी जाए। श्री वर्मा ने बैठक में जिले में संचालित क्वारेंटाईन सेन्टरों की तहसीलवार जानकारी ली। उन्होंने कहा कि अभी भी लोग दूसरे प्रांतों से आ रहे हैं ऐसे लोगों की जानकारी रखने कड़ाई बरती जाए।
कलेक्टर श्री वर्मा ने बैठक में बेमौसम बारिश, ओलावृष्टि से प्रभावित किसानों को मुआवजा वितरण की स्थिति की समीक्षा भी की। उन्होंने कहा कि मुआवजा राशि किसानों के खाते में जाने पर ही वितरण सुनिश्चित माना जाए। श्री वर्मा ने कहा कि खरीफ मौसम की खेती-किसानी शुरू हो गई है। राजस्व अधिकारी नियमित रूप से फिल्ड विजिट कर खरीफ फसलों की बुआई, अंकुरण आदि की नियमित निरीक्षण करते रहें। बैठक में शहरी क्षेत्रों में अतिक्रमित भूमि के व्यवस्थापन, डायवर्सन, टैक्स वसूली, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, गिरदावरी, भू-अभिलेख दुरूस्तीकरण की भी समीक्षा की गई। कलेक्टर श्री वर्मा ने जिले में चिटफंड कंपनियों की संपत्तियों की नीलामी से प्राप्त राशि का वितरण प्रभावितों को करने के लिए तैयारी करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि प्रभावितों को रेशियो के हिसाब से क्लेम वितरण के लिए कार्य योजना बनाई जा सकती है। बैठक में अधिकारियों को जिले के असर्वेक्षित गांवों का सर्वेक्षण शुरू करने के निर्देश दिए गए।
अपर कलेक्टर श्री यदु ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की समीक्षा के दौरान कहा कि इसका क्रियान्वयन किसानों के हित में किया जा रहा है। पात्र किसानों को इसका लाभ जरूर मिलना चाहिए। उन्होंने गिरदावरी रिकार्ड दुरूस्त करने के लिए अधिकारियों को अनेक सुझाव दिए और कहा कि गिरदावरी खेतों में जाकर तैयार की जानी चाहिए। अपर कलेक्टर श्री शर्मा ने बैठक में पटवारी रिकार्ड को दुरूस्त करने की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि पटवारी रिकार्ड की शुद्धता के लिए राजस्व अधिकारी नियमित रूप से जांच करें। नक्शा, खसरा, बी-1 में एकरूपता होनी चाहिए। इस पर राजस्व अधिकारियों को विशेष ध्यान देने की जरूरत है। हर गांव के राजस्व रिकार्ड की जांच की जानी चाहिए।