जांजगीर-चाम्पा : 90 प्रतिशत किसानों ने बेच दिया धान, 80 प्रतिशत धान का हुआ उठाव
खरीदी के साथ तेजी से हो रहा उठाव, नये संग्रहण केंद्र नहीं खुलेंगे
कलेक्टर के निर्देशन में सुचारू रूप से संचालित हो रही धान खरीदी की प्रक्रिया
6, 7 और 8 जनवरी को धान उठाव महाभियान चलेगा, समय पर होगा लक्ष्य पूरा
जांजगीर-चाम्पा, 5 जनवरी 2023
कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा के नेतृत्व में जिले में धान खरीदी की प्रक्रिया सुचारू रूप से संचालित हो रही है। कलेक्टर स्वयं खरीदी केंद्रों में सतत निरीक्षण करने के साथ अपने मातहत अधिकारियों से पल-पल का अपडेट ले रहे है। इसी का परिणाम है कि जिले में अभी तक लगभग 90 प्रतिशत किसानों ने अपना धान बेच दिया है। बेचे गए धान का भी बहुत त्वरित गति से उठाव किया जा रहा है। सीधे धान उपार्जन केंद्र से मिलरों को धान प्रदाय किया जा रहा है। जिले में खरीदे गए 90 प्रतिशत धान में से 80 प्रतिशत का उठाव भी किया जा चुका है। कलेक्टर ने 6 जनवरी से 8 जनवरी तक धान उठाव अभियान संचालित करने के निर्देश देते हुए एसडीएम और तहसीलदारों के कड़ाई से इसका पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
जिले में धान खरीदी की प्रक्रिया 1 नवंबर से जारी है। कलेक्टर के दिशा निर्देशन में कुल 126 उपार्जन केंद्रों में धान खरीदी की जा रही है। खाद्य अधिकारी से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में कुल 117015 किसानों ने धान बेचने के लिए अपना पंजीयन कराया है। पंजीकृत किसानों में से 1 लाख से अधिक किसानों ने धान बेच भी दिया है। अभी तक लगभग 90 प्रतिशत किसानों ने धान बेचा है। कुल 46 लाख क्विंटल धान खरीदी होने की संभावना है। धान उपार्जन केंद्रों में खरीदे गए धान का तेजी से उठाव भी किया जा रहा है। जिले में अभी तक उपार्जित धान का 90 प्रतिशत डी ओ जारी करने के साथ बेचे गए धान में से लगभग 80 प्रतिशत धान का उठाव भी किया जा चुका है। प्रतिदिन 1 लाख क्विंटल का उठाव भी किया जा रहा है। इस संबंध में मिलरों को भी तेजी से उठाव करने के निर्देश दिए गए हैं। धान खरीदी से संबंधित समस्याओं का निराकरण भी धान उपार्जन केंद्र स्तर पर करने के साथ ही संबधित अधिकारी भी निरीक्षण कर रहे हैं। इस संबंध में कलेक्टर श्री सिन्हा द्वारा भी जिले के लगभग सभी विकासखण्ड के अनेक धान खरीदी केंद्रों का आकस्मिक निरीक्षण किया जा रहा है। वे न सिर्फ किसानों से मौके पर चर्चा कर रहे हैं, खरीदी केंद्रों में खरीदे गए धान के बोरों को तौल कराने के साथ भण्डारण और उठाव तथा बारिश आदि की संभावना पर बचाव के संबंध में भी लगातार निर्देश दे रहे हैं। किसानों से धान खरीदी के पश्चात उनको जल्दी भुगतान की व्यवस्था भी शासन स्तर पर की गई है। बैंक के माध्यम से किसानों के खाते में पैसे डाले जा रहे हैं। धान खरीदी में किसी प्रकार की गड़बड़ी को रोकने अधिकारियों को भी आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं।
नये संग्रहण केंद्र की जरूरत नहींः कलेक्टर
कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने बताया कि जिले में धान खरीदी की प्रक्रिया सुचारू रूप से संचालित हो रही है। किसी तरह की शिकायत आने पर जांच और कार्यवाही भी की जा रही है। उन्होंने बताया कि पंजीकृत किसानों से लगभग 90 प्रतिशत धान की खरीदी की जा चुकी है। इसमें से लगभग 80 प्रतिशत का उठाव भी किया जा चुका है। अभी यह प्रक्रिया जारी है। कल से 6, 7 और 8 जनवरी को जिले में उपार्जन केंद्रों से धान का उठाव महा अभियान संचालित होगा। सभी एसडीएम और तहसीलदारों को निर्देशित किया गया है कि वे निर्देशों का कड़ाई से पालन करते हुए संग्रहण केंद्रों से धान का उठाव तेजी से कराये। कलेक्टर ने बताया कि वे स्वयं भी धान खरीदी केद्रों में खरीदी और उठाव का निरीक्षण करेंगे। कलेक्टर ने सख्त निर्देश दिए है कि जिले में कोई अतिरिक्त नया संग्रहण कंेद्र की आवश्यकता नहीं है। धान का उठाव तेजी से हो रहा है, ऐसे में कोई नया संग्रहण केंद्र नहीं खुलेगा। उन्होंने लापरवाही पर कार्यवाही तथा शासन के मंशानुरूप समय पर खरीदी और उठाव होने की बात कही है।