कोरबा : धान खरीदी महाभियान: जिले में अब तक 8 हजार 570 क्विंटल से अधिक धान की हुई खरीदी
खरीदी केंद्रों से धान का उठाव भी शुरू, 980 क्विंटल धान का हो चुका उठाव
15 नवंबर के लिए 127 टोकन जारी, 4 हजार 108 क्विंटल धान की होगी खरीदी
कोरबा जिले में 1 नवंबर से शुरू हुए धान खरीदी महाअभियान के तहत जिले के किसानों से समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी जारी है। जिले में अब तक 8 हजार 570 क्विंटल 40 किलो धान की खरीदी हो चुकी है। वहीं 15 नवंबर के लिए 127 टोकन जारी किए गए हैं। इसके माध्यम से 4 हजार 108 क्विंटल से अधिक धान की खरीदी की जाएगी। धान खरीदी के साथ खरीदी केंद्रों से धान का उठाव भी शुरू हो चुका है। दो खरीदी केंद्रों से 980 क्विंटल धान का उठाव हो चुका है।
मंगलवार को धान खरीदी के लिए 127 टोकन जारी किए गए हैं। इनमें समिति से 75 और मोबाईल ऐप से 52 जारी किया गया है। जारी टोकन के माध्यम से 4 हजार 108 क्विंटल से अधिक धान की खरीदी की जाएगी। मंगलवार को धान खरीदी केन्द्र पाली में दस, नुनेरा में नौ, चैतमा में दो ,पोड़ी में छह, लाफा में चार , नोनबिर्रा में तीन, करतला में एक, केरवाद्वारी में तीन, चिकनीपाली में छह, रामपुर में आठ, कराईनारा में एक, भिलाइबाजार में दो, कटघोरा में दस, जवाली रंजना में एक, छुरिकला में पांच, , सुमेधा में दो , कोरबी दो, पसान में चार, बिंझरा में सात, भैसमा में तीन, कोथारी में चार, तुमान में पांच, नवापारा में पांच, पिपरिया में तीन, कोरबी (पाली) अखरपाली में एक और निरधि में दस किसान धान खरीदी केंद्र में समर्थन मूल्य पर धान बेचेंगे। शासन द्वारा खरीदी केंद्रों में धान बेचने के लिए किसानों के लिए की गई व्यवस्थाओं से किसान संतुष्ट है। साथ ही टोकन लेने के लिए टोकन तुम्हर हाथ मोबाइल ऐप से भी किसान लाभान्वित हो रहे हैं।
*दो खरीदी केंद्रों से धान का उठाव भी हुआ शुरू* – जिले में धान खरीदी का कार्य जारी है। जिसमे धीरे-धीरे तेजी आने लगी है। इसके साथ ही अब उपार्जन केंद्रों से धान का उठाव भी शुरू हो गया है। करतला समिति अंतर्गत केरवाद्वारी खरीदी केंद्र में अब तक 1 हजार 66 क्विंटल 40 किलो धान की आवक हुई है। जहां से 68.59 प्रतिशत यानी 800 क्विंटल धान का उठाव कर लिया गया है। इसी तरह चैतमा उपार्जन केंद्र में 584.80 क्विंटल धान की आवक हुई है। जिसमें से 30.78 प्रतिशत यानी 180 क्विंटल धान का उठाव कर लिया गया है। आगामी दिनों में धान खरीदी में तेजी के साथ धान के उठाव में गति लाने के निर्देश दिए गए है।