छत्तीसगढ़ : रेरा में आने वाली शिकायतों में अन्य जिलों से रायपुर शहर आगे
रायपुर। छत्तीसगढ़ रेरा प्राधिकरण के पास आने वाली शिकायतों में रायपुर अव्वल नंबर है। बताया जा रहा है कि रेरा प्राधिकरण ने अभी तक जीतने भी मामले निपटाए है, उनमें से 55 फीसद से अधिक शिकायते रायपुर की है। जानकारी के अनुसार रेरा प्राधिकरण में अभी तक रजिस्टर्ड प्रोजेक्ट्स 1372, रजिस्टर्ड प्रमोटर्स 1,011, रजिस्टर्ड एजेंट 644 और 1,421 शिकायतों का निराकरण हुआ है।
रेरा का कहना है कि उपभोक्ताओं को ऐसे किसी भी प्रोजेक्ट में खरीदारी नहीं करनी चाहिए,जो रेरा में रजिस्टर्ड न हो। अब बिल्डरों द्वारा भी इसे देखते हुए रेरा में प्रोजेक्ट रजिस्टर्ड किए जा रहे है। इसके साथ ही बिल्डरों को हर तीन महीने में अपने प्रोजेक्ट की प्रगति की रिपोर्ट रेरा के पोर्टल में देनी है। पोर्टल में रिपोर्ट न देने वाले कारोबारियों को भी लगातार नोटिस भिजवाई जा रही है। बता दें कि रेरा बिल्डरों और उनके ग्राहकों की बीच होने वाली समस्याओं के निराकरण के लिए बनाई है।
समय पर मकान न देने की शिकायतें ज्यादारेरा के पास आने वाली शिकायतों में समय पर मकान देने की शिकायत ज्यादा है। इसके साथ ही ब्रोशर में दिखाई जाने वाली सुविधाएं भी उपभोक्ताओं को उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। उपभोक्ता भी अब इन सारी चीजों के प्रति जागरुक हो गए है और रेरा प्राधिकरण में शिकायतें कर रहे है।बैंक भी नहीं देंगे लोन
रेरा ने बैंकों को भी आदेशित किया है कि ऐसे किसी भी प्रोजेक्ट का लोन स्वीकृत न किया जाए,जो रेरा प्राधिकरण में पंजीयन हो। इस आदेश के बाद अब बैंकों द्वारा ऐसे प्रोजेक्टों को स्वीकृत नहीं कियाजा रहा है।दूसरे क्षेत्र के कारोबारी हटेरेरा प्राधिकरण द्वारा की जाने वाली कार्रवाई के चलते ही अब रियल इस्टेट में घुसे दूसरे क्षेत्र के कारोबारी हट रहे है। अब ऐसा देखा जा रहा है कि इस क्षेत्र में पूरी तरह से रियाल इस्टेट वाले कारोबारी ही है। साथ ही लोहा,सराफा औरआटोमोबाइल क्षेत्र सेजुड़े रहने वाले कारोबारी हट गए है।