राजनांदगांव: कोविड-19 से निपटने में काफी असरकारक हैं वैक्सीन की दो डोज

० टीका बना संबलः अब तक 21.99 लाख लोगों ने लगवाया कोविड टीका
० लोग कोविड पॉजिटिव तो हुए जल्दी ही स्वस्थ भी हो गए
राजनांदगांव। कोविड-19 की महामारी की विपरीत परिस्थियों से निपटने में वैक्सीन की दोनों डोज के काफी प्रभावी परिणाम दिखने लगे हैं और ऐसे में कोरोना टीके को अब जीवनदायिनी कहा जाने लगा है। जिले के लोगों की स्वास्थ्य सुरक्षा को प्राथमिकता में रखकर दूसरी डोज के शत-प्रतिशत टीकाकरण लिए भी लगातार टीकाकरण कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। साथ ही कोरोना जांच की जा रही है।
जिले में कोविड-19 के नए वैरिएंट ओमिक्रोन का मुकाबला करने के लिए व्यापक तौर पर अभियान चलाकर वैक्सीनेशन किया जा रहा है जिसमें शहरी क्षेत्रों से लेकर सुदूर वनांचल क्षेत्रों तक टीकाकरण किया गया है। इस अभियान में बुजुर्ग, महिलाओं व युवाओं ने विशेष सहभागिता दिखाई है। जिले में कोरोना संक्रमण से सुरक्षा के लिए अब तक 21.99 लाख लोगों को कोविड टीका लगाया जा चुका है। इसमें से 12.86 लाख लोगों को कोरोना टीके की प्रथम डोज तथा लगभग 9 लाख लोगों को द्वितीय डोज और 12,833 लोगों को प्रिकाशन डोज लगाई गई है।
इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश चौधरी ने बतायाः कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा के नेतृत्व में जिले में लगातार टीकाकरण महाअभियान चलाया जा रहा है और कोरोना टीके की दोनों डोज के काफी प्रभावी परिणाम भी अब देखने को मिल रहे हैं, जिस तेज गति से दूरगामी परिस्थितियों को देखते हुए टीकाकरण अभियान को लक्ष्य तक पहुंचकर अंजाम दिया गया, वह काफी महत्वपूर्ण है। जिले में टीकाकरण जुनून, हिम्मत और जागृति की इबारत है। कोविड-19 का टीका लोगों के लिए किसी संबल से कमतर नहीं है। टीकाकरण का ही असर है कि लोग कोविड पॉजिटिव तो हुए लेकिन रिकवरी दर भी काफी अच्छी रही है। आम लोगों के साथ ही स्वास्थ्य कर्मी और फ्रंट लाइन वर्कर्स कोरोना पॉजिटिव होने के बाद जल्दी ही रिकवर हो रहे हैं।
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स्वास्थ्य अधोसंरचना अब और मजबूत
कोरोना की तीसरी लहर को दृष्टिगत रखते हुए जिला प्रशासन द्वारा स्वास्थ्य अधोसंरचना को और बेहतर ढंग से सशक्त किया गया है। कोविड कंट्रोल रूम (नंबर-7440203333) के माध्यम से 24 घंटे सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। कोविड जांच बढ़ाई गई है और अधिक से अधिक सैम्पल लिए जा रहे हैं। निगरानी एवं नियंत्रण तंत्र को मजबूत किया गया है। कोरोना को हराने के लिए होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। मरीजों की दवाई की उपलब्धता के लिए वाहन सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
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निःशुल्क भोजन व्यवस्था
किसी तरह की परेशानी की स्थिति में उदयाचल संस्था द्वारा कोरोना संक्रमित मरीजों को निःशुल्क भोजन देने की पहल की गई है। जिले के सीमावर्ती चेक पोस्ट पर सख्ती बढ़ाई गई है तथा लगातार कोविड जांच की जा रही है। कोरोना की चेन को तोड़ने के लिए मॉस्क लगाने एवं कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कराने के लिए भी विभिन्न प्रयास किए जा रहे हैं। मार्केट में जागरूकता अभियान चलाए जाने के साथ ही मास्क नहीं लगाने वालों पर कार्रवाई की जा रही है।