राजनांदगांव: कोरोना संक्रमण से सुरक्षा के लिए 15 से 18 वर्ष आयु वर्ग के लोगों का टीकाकरण शुरू
० जले के 9 विकासखंड में पहले दिन ही हजारों लोगों ने लगवाया टीका
राजनांदगांव। कोविड संक्रमण की रोकथाम संबंधी प्रयासों की कड़ी में किशोर-किशोरियों का भी कल बेहतर बनाने के लिए जिले में आज 231 टीकाकरण केंद्रों में कोरोना टीकाकरण शुरू किया गया। इस बीच पहले ही दिन हजारों किशोरियों-किशोरियों को कोरोना टीका की डोज लगाई गई। यह कार्यक्रम अब नियमित रूप से चलाया जाएगा।
कोविड-19 व इसके नए वैरिएंट ओमिक्रोन से बचाव के लिए कोविड टीकाकरण को ही कारगर माना जा रहा है। यही वजह है कि जिला प्रशासन द्वारा इस दिशा में संवेदनशीलता के साथ शत-प्रतिशत लोगों को टीकाकृत करने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। कोरोना संक्रमण की रोकथाम व इससे बचाव हेतु सरकार की नई गाइडलाइन जारी होने के बाद जिले में 15 से 18 वर्ष आयु वर्ग के किशोर-किशोरियों का भी कोरोना टीकाकरण शुरू किया गया है। स्वास्थ्य विभाग की जिला सलाहकार (आरएमएनसीएचए) डॉ. स्नेहा जैन ने बताया, किशोर-किशोरियों का कोरोना टीकाकरण करने के लिए जिले में विकासखंड स्तर भी टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं, जहां पहले दिन शाम 4 बजे तक 15 से 18 वर्ष आयु वर्ग के कुल 22,293 लोगों का टीकाकरण किया गया है। इनमें राजनांदगांव में 2654, छुईखदान में 2624, छुरिया में 2113, खैरागढ़ में 3032, डोंगरगांव में 3158, डोंगरगढ़ में 3900, मानपुर में 660, मोहला में 1976 और अंबागढ़ चौकी में 2176 लोगों का टीकाकरण किया गया है।
इस संबंध में राजनांदगांव के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश चौधरी ने बताया, कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों से सावधानी बरतने की लगातार अपील की जा रही है। कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु लोग मास्क जरूर लगाएं, हाथों को समय-समय पर सैनेटाइज करें तथा आवश्यक शारीरिक-सामाजिक दूरी का अनिवार्यतः पालन करें। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए ही आमजनों को कोरोना टीके की दोनों डोज से टीकाकृत किया जा रहा है। साथ ही जिले में 15 से 18 वर्ष आयु वर्ग के किशोर-किशोरियों का भी कोरोना टीकाकरण शुरू किया गया है। इसके अंतर्गत पहले दिन जिले में कुल 231 केंद्र में हजारों किशोर-किशोरियों का कोरोना टीकाकरण किया गया।
इंतजार खत्म हुआ : सुमन
15 से 18 वर्ष आयु वर्ग के किशोर-किशोरियों का कोरोना टीकाकरण शुरू होने से सुमन गौतम काफी उत्साहित हैं। पेशे से एक निजी स्कूल की शिक्षिका सुमन अपनी बेटी एंजल को टीका लगवाने पहुंची थीं। वह कहती हैं, कोरोना संक्रमण किसी पर ही हो सकता है और तभी इससे बचाव के लिए हमने तो कोरोना टीके की दोनों डोज लगवा ली है, लेकिन बेटी की सेहत को लेकर हम सशंकित थे। चाह रहे थे कि बच्चों का भी वैक्सीनेशन होता तो अच्छा होता। जिले में 15 से 18 वर्ष आयु वर्ग के किशोर-किशोरियों का कोरोना टीकाकरण शुरू होने से यह इंतजार अब खत्म हो गया और हम भी अब निश्चिंत हो गए।
टीका अच्छा है, सभी को लगवाना चाहिए : मनीष
व्यवसायी मनीष सोनी ने अपने पुत्र अक्षत को टीका लगवाया। मनीष ने बताया, कोरोना संक्रमण की परेशानी मैं भी भुगत चुका हूं और इसीलिए बच्चों को परेशान नहीं देखना चाहता। यही वजह है कि 15 से 18 वर्ष आयु वर्ग के लोगों का कोरोना टीकाकरण शुरू होते ही सबसे पहले मैंने अपने पुत्र टीका लगवाने का काम किया है। सुरक्षित जीवन के लिए कोरोना टीका सभी लोगों को अनिवार्य रूप से लगवाना चाहिए।