‘चिक्की’ खाकर बीमार पड़े सरकारी स्कूल के 28 छात्र-छात्राएं, अस्पताल में कराया भर्ती
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में एक सरकारी प्राथमिक स्कूल के 28 छात्र-छात्राएं ‘चिक्की’ (एक तरह का मीठा स्वल्पाहार) खाकर अचानक बीमार पड़ गए। एक अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि सभी बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पर इलाज के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई।
अधिकारी ने बताया कि यह घटना बुधवार की है। उन्होंने कहा कि बीमार पड़े सभी बच्चों की तबीयत अब ठीक है और अस्पताल में कुछ समय के लिए भर्ती रखने के बाद छुट्टी भी दे दी गई है। हालांकि राज्य सरकार की ओर से इस मामले में जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) प्रवास सिंह बघेल ने बताया कि कोलियापुरी गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय में छात्रों को सोया से बनी चिक्की (सरकारी योजना के तहत) दी गई थी। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, उस दिन स्कूल में मौजूद कक्षा एक से पांच तक के कम से कम 137 छात्रों ने इस अपने नाश्ते में लिया था। उनमें से कक्षा तीन और कक्षा चार के 28 छात्र-छात्राओं ने बाद में पेटदर्द और उल्टी की शिकायत की थी।
बघेल ने कहा कि बीमार पड़ने वाले बच्चों में ज्यादातर लड़कियां थीं, उन्हें तुरंत दुर्ग के जिला अस्पताल में एम्बुलेंस में भेजा गया था। अस्पताल के एक डॉक्टर ने कहा कि 28 में से 20 छात्र-छात्राओं को प्रारंभिक चिकित्सा जांच के बाद छुट्टी दे दी गई, जबकि अन्य को घर भेजने से पहले कुछ समय के लिए निगरानी में रखा गया।
डॉक्टर ने कहा कि सभी की स्वास्थ्य स्थिति सामान्य है। वहीं एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि इस मामले पर खंड शिक्षा अधिकारी की प्रारंभिक रिपोर्ट में सुझाव दिया गया है कि बच्चों को अधिक चिक्की दी गई, जिसके परिणामस्वरूप वह बीमार पड़े।
हालांकि, बयान में यह भी बताया गया है कि राज्य के बीज निगम द्वारा आपूर्ति की गई चिक्की के नमूने परीक्षण के लिए एक प्रयोगशाला में भेजे गए हैं। इस बीच, बीमार पड़े छात्र-छात्राओं का हाल जानने के लिए गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने अस्पताल पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं और रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।