उत्तर बस्तर कांकेर :लॉकडाउन के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाले ‘बिहान’ अमले को जिला पंचायत के सीईओ ने प्रशस्ति पत्र देकर किया सम्मानित
दीनदयाल अन्त्योदय योजना राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन ‘‘बिहान’’ योजना अंतर्गत जिला पंचायत के सभाकक्ष में मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. कन्नौजे की अध्यक्षता में विकासखण्ड मिशन प्रबंधन इकाई में कार्यरत, विकासखण्ड परियोजना प्रबंधक, यंग प्रोफेशनल एवं क्षेत्रीय समन्वयकों की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान ‘‘कोविड-19’’ लॉकडाउन के दौरान बिहान योजना अंतर्गत विकासखण्ड चारामा को मास्क निर्माण, विकासखण्ड दुर्गूकोन्दल को सेनेटाईजर निर्माण एवं त्वरित रिपोर्टिंग के लिए, विकासखण्ड भानुप्रतापपुर को गौठान में सब्जी उत्पादन, विकासखण्ड कांकेर को बीसी सखी के द्वारा सर्वाधिक लेन-देन एवं जिला कार्यक्रम प्रबंधक (वित्त) को बीसी सखियों को कुशल मार्गदर्शन एवं उत्कृष्ट समन्वय और डाटा एन्ट्री ऑपरेटर को सतत् रिपोर्टिंग, एम.आई.एस. कार्य में उत्कृष्ट सहयोग प्रदान करने के लिए प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया गया।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. कन्नोैजे ने विकासखण्डों को वित्तीय वर्ष 2020-21 में एस.एम.आई.बी. अंतर्गत आबंटित लक्ष्य के तहत् 362 समूह गठन किया गया। जिले में 32 ग्राम संगठन का गठन, 152 ग्राम संगठन का स्टार्टअप राशि एवं सी.एल.एफ. स्टार्टअप राशि एवं वित्तीय समावेशन लक्ष्य अंतर्गत बैंक लिंकेज- भौतिक एवं वित्तीय लक्ष्य 3641 समूह, लक्ष्य 7585 लाख के विरूद्ध शत् प्रतिशत लक्ष्य पूर्ति हेतु बैंक लिंकेज प्रकरण को बैंकों में प्रेषण एवं स्वीकृत करवाने, स्वीकृत प्रकरणों का वितरण किये जाने के निर्देश दिये तथा विकासखण्ड चारामा में रेशम से कोसा निर्माण एवं लाख उत्पादन में कार्य रही समूह की महिला सदस्यांे को ज्यादा से ज्यादा जोडे़ जाने संबंधी कार्ययोजना तैयार किया जाये। इस कार्य में संलग्न महिला समूहों को प्राथमिकता के आधार पर बैंक लिंकेज एवं रिवाल्विंग फण्ड की राशि प्रदाय की जाये, जिससे आवश्यकतानुसार समूह के सदस्यों द्वारा अपनी आजीविका गतिविधि को बढ़ाकर राशि की पूर्ति एवं महिला सदस्य अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सकंे।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. कन्नौजे द्वारा मनरेगा योजनांतर्गत गौठान ग्रामों में पूर्व से निर्मित मुर्गी शेड एवं उससे संबंधित समूह को प्राथमिकता के आधार पर बैंक लिंकेज एवं रिवाल्विंग फंड की राशि उपलब्ध कराने हेतु प्रस्ताव तैयार करने निर्देश दिए गए। समूह के सदस्यों द्वारा समय पर चूजा क्रय कर गतिविधि को शीघ्र प्रारंभ कर आय के साधन में वृद्धि किया जाये। उन्होंने कहा कि गौठानों को मल्टीएक्टिविटी सेंटर के रूप में विकसित करने की दिशा में गौठानों में सब्जी उत्पादन, जैविक खाद एवं टॉनिक निर्माण, वर्मी कपोस्ट निर्माण, मछली पालन, मुर्गी पालन, बकरी पालन, बतख पालन, दलहन की फसल एवं कृषि इत्यादि में ज्यादा से ज्यादा महिला स्व-सहायता समूहों को जोड़ा जाये, जिससे रोजगार के साथ-साथ आर्थिक स्थिति में भी सुधार हो सके।
इसके अलावा विकासखण्डों में कार्यरत बीसी सखियों के कार्यों का व्यापक प्रचार-प्रसार कर आमजन एवं दूरस्थ क्षेत्रों तक बैंकिंग सेवाओं की सुविधा पहुंच सके। जिसके तहत् मनरेगा मजदूरी भुगतान, आवास राशि का भुगतान, वृद्धावस्था पेंशन, विकलांग पेंशन, विधवा पेंशन, छात्रवृति एवं सभी प्रकार के ऑनलाईन सेवाओं को पहुंचाया जा सके। उन्होंने कहा कि विकासखण्ड चारामा में महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा पूर्व में बहुतायत मात्रा में सीताफल का क्रय किया गया, इसके अतिरिक्त समूह सदस्यों द्वारा वन-धन संग्रहण, सब्जी उत्पादन, दलहन एवं तिलहन इत्यादि का उत्पादन भी किया जा रहा है। महिला समूहों को उत्पादों का उचित दाम प्राप्त नहीं होने के कारण बिहान योजना के महिला समूहों की प्रोड्यूसर कम्पनी का गठन किया जाए। यह कम्पनी संग्रहण किये गए सामग्री एवं वस्तुओं का बाजार में सीधा विक्रय कर महिला समूह के सदस्यों को अपने उत्पादन का उचित दाम मिल सके। समीक्षा बैठक में जिला मिशन प्रबंधन इकाई से जिला मिशन प्रबंधक, जिला कार्यक्रम प्रबंधक वित्त, जिला कार्यक्रम प्रबंधक एस.एम.आई.बी. उपस्थित थे।