असत्य पर सत्य की जीत का उत्सव इस बार भी फीका रहेगा,50 लोगों की मौजूदगी में रावण पुतले का दहन किया जाएगा
राजनांदगांव। असत्य पर सत्य की जीत का उत्सव इस बार भी फीका रहेगा। विजयादशमी का पर्व 15 अक्टूबर को मनाया जाना है। कोरोना संक्रमण ने पूरे त्योहारों का स्वरुप ही बदल कर रख दिया है। दशहरा को लेकर भी उत्साह नहीं आ रहा है। शहर में रावण का पुतला दहन कर केवल परंपरा निभाई जाएगी। न ही आतिशबाजी होगी और न ही किसी तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम। हालांकि प्रशासन ने अभी तक दशहरा को लेकर गाइडलाइन जारी नहीं की है। लेकिन संभावना जताई जा रही है कि पुतले की अधिकतम ऊंचाई 10 फीट ही रखने का आदेश हो सकता है। उत्सव में 50 से अधिक लोगों के शामिल होने की अनुमति नहीं होगी।
इस बीच प्रमुख समितियां जिला प्रशासन की गाइडलाइन के अनुसार कार्यक्रम आयोजित करने की बात कह रहीं हैं। कोरोना संक्रमण को देखते हुए समितियां किसी भी तरह की जोखिम नहीं उठाना चाहती। रावण दहन के दौरान आयोजित स्थल में लोगों को प्रवेश नहीं मिलेगा। केवल समिति के सदस्य व उनके परिवार के सदस्यों की उपस्थिति में रावण पुतले का दहन किया जाएगा। वहीं शहर के कुछ युवाओं द्वारा चौक-चौराहों में कोरोना रुपी रावण का दहन किया जाएगा। 50 लोगों की मौजूदगी में रावण पुतले का दहन किया जाएगा।