निरीक्षण, एनएमसी की टीम ने देखी प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की कमियां
पेंड्री स्थित मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में गुरुवार को नेशनल मेडिकल काउंसिल की टीम ने औचक निरीक्षण किया। टीम ने पीजी की मान्यता के लिए प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की ओपीडी से लेकर ओटी और वार्ड का निरीक्षण किया तो यहां कई तरह की कमियां सामने आई। टीम ने दाे टूक यह भी कहा कि यहां तो मेडिकल कॉलेज के हिसाब से सुविधाएं ही नहीं हैं। सबसे ज्यादा यहां पर स्टॉफ की कमी सामने आई है। इधर कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने जिला अस्पताल और पेंड्री मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल का निरीक्षण किया।
टीम के सदस्यों ने एक-एक कमियों की सूची बनाई है। अस्पताल प्रबंधन की ओर से टीम के सदस्यों को बार-बार यही बताया जा रहा था कि मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल पहले बसंतपुर स्थित बिल्डिंग में संचालित हो रहा था जहां पर डीएचएस के डॉक्टर भी थे। इसलिए प्रसुति एवं स्त्री रोग विभाग में ज्यादा परेशानियां और कमियां नहीं थीं पर सप्ताहभर पहले ही पेंड्री की नई बिल्डिंग में शिफ्टिंग की गई है। इस वजह से अभी सिस्टम नहीं बन पाया है।
24 घंटे सिजेरियन डिलीवरी की सुविधा नहीं
टीम को मेडिकल कॉलेज के नॉर्म के हिसाब से यहां पर व्यवस्था नहीं दिखी। टीम की ओर से ओपीडी, ओटी, वार्ड सहित अन्य जगहों की वीडियोग्राफी भी कराई गई है ताकि कमियां सामने आ सकें। टीम को पता चला कि यहां पर 24 घंटे सिजेरियन डिलीवरी की सुविधा ही नहीं है। यहां डॉक्टरों की कमी के चलते जो डॉक्टर कार्यरत हैं, उन पर वर्क लोड है। हॉस्पिटल प्रबंधन की ओर से पीजी की मान्यता देने की मांग की गई है। इसलिए एनएमसी की टीम विभागवार नॉर्म के अनुसार व्यवस्थाएं देखने यहां पहुंच रही है। पहले भी अन्य विभागों का निरीक्षण हो चुका है।
कई कमियां सामने आई
एनएमसी की टीम को यहां कई तरह की कमियां नजर आई। इसे देखते हुए आशंका है कि पीजी की मान्यता खतरे में पड़ सकती है, क्योंकि यहां पर नॉर्म के अनुसार सुविधाएं ही नहीं हैं। यहां तक डॉक्टरों की कमी के चलते परिवार नियोजन जैसे कार्यक्रम भी नहीं हो रहे हैं। इसके लिए जिला अस्पताल पर निर्भर रहना पड़ रहा है। सहा. अधीक्षक डॉ सीएस मोहबे ने बताया कि एनएमसी की टीम ने गायनिक डिपार्ट का निरीक्षण किया है। पीजी की मान्यता देने मांग की गई है।
सुरक्षा पर फोकस
कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा ने बसंतपुर स्थित अस्पताल का निरीक्षण किया। मरम्मत कार्य में तेजी लाने मजदूरों की संख्या बढ़ाने कहा। टूटे फर्नीचर को हटाकर नए फर्नीचर की व्यवस्था करने और साफ-सफाई का विशेष ध्यान देने कहा। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने सिक्योरिटी गार्ड बढ़ाने के निर्देश दिए। कहा कि हॉस्पिटल में असामाजिक तत्व एवं चोरी की शिकायत नहीं मिलनी चाहिए। लापरवाह अधिकारियों व कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जमीन पर बैठे मिले मरीज व परिजन, लगेंगी कुर्सियां
मेडिकल कॉलेज के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने देखा कि मरीज या उनके परिजन जमीन पर बैठ रहे हैं। यह देखकर उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल के सभी तल में बैठने के लिए कुर्सी की पर्याप्त व्यवस्था करेंगे। परिसर में ही कोरोना जांच केन्द्र प्रारंभ करने के निर्देश दिए। इस दौरान सामान्य वार्ड, गायनिक वार्ड, ओपीडी सहित अन्य वार्डों का निरीक्षण किया। इस दौरान नगर निगम आयुक्त आशुतोष चतुर्वेदी, एसडीएम मुकेश रावटे, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी, डीपीएम गिरीश कुर्रे सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।