रायपुर, दुर्ग व राजनांदगांव में थोड़ी राहत,कबीरधाम, कोरबा और मुंगेली ने उड़ाए होश

रायपुर. प्रदेश में दूसरी लहर का आतंक अब बड़े शहरों से गुजर कर कोरबा, कबीरधाम और मुंगेली जैसे जिलों पर कहर बरपा रहा है। कोरबा, कबीरधाम और मुंगेली जिलों में जांच कराने वाला हर दूसरा व्यक्ति संक्रमित मिल रहा है। इन जिलों में संक्रमण दर 50 फीसदी से भी उपर जा पहुंचने से चिंता बढ़ गई है। हालांकि कुछ दिनों पहले तक कोरोना के हॉटस्पॉट बने रायपुर, दुर्ग व राजनांदगांव में अब थोड़ी राहत दिखाई पड़ रही है, जहां रायपुर में दर 25 फीसदी पर आ गई है। वहीं दुर्ग व नांदगांव में यह 20 प्रतिशत से भी कम हो गई है।उल्लेखनीय है कि देश सहित प्रदेश के लिए बीते डेढ़ माह काफी चुनौतीपूर्ण साबित हुए हैं। कोरोना की दूसरी लहर का आतंक ऐसा रहा कि रायपुर, दुर्ग व राजनांदगांव जिलों से रिकार्ड मामले सामने आने लगे थे। इन जिलों से ही लॉकडाउन लगाने की शुरूआत तक करनी पड़ी थी, जो बंदिशें अब तक जारी है, लेकिन राहत यह है कि इन जिलों ने अब संक्रमण के खिलाफ जंग में अपनी पकड़ मजबूर कर ली है। जिसका उदाहरण कम हुई संक्रमण दर दे रही है, लेकिन प्रदेश के अन्य जिलों में दर बढ़ने से चिंता बनी हुई है।सर्वाधिक दर कबीरधाम मेंप्रदेश में सबसे अधिक संक्रमण दर कबीरधाम जिले में बनी हुई है। इस जिले में बुधवार को जांचे गए 888 सैंपल में 52 प्रतिशत की संक्रमण दर से 463 नए मरीज सामने आए हैं। जबकि मुंगेली 51 फीसदी दर के साथ दूसरे पायदान पर है। यह बुधवार को 1215 जांच में 615 मरीजों की पुष्टि की गई है।एमपी से लगे जिलों में दर अधिकऐसे तो प्रदेश के जिले करीब छह राज्यों की सीमाओं से लगे हुए हैं, लेकिन संक्रमण के लिहाज से सर्वाधिक खतरा मध्यप्रदेश से लगे जिलों में देखने को मिल रहा है। राजनांदगांव को छोड़ दिया जाए तो एमपी के बार्डर से लगे हुए कवर्धा, मुंगेली, बिलासुपर, सुरजपूर, बलरामपुर और कोरिया जिलों में संक्रमण दर अपने उच्चतम स्थान पर है, जहां कवर्धा और मुंगेली में दर 50 फीसदी से अधिक है। वहीं बिलासपुर, बलरामपुर, सुरजपुर व कोरिया में दर 35 प्रतिशत से अधिक पर है।इन जिलों में राहतकोरोना की दर के मामले में प्रदेश के कुछ जिलों में राहत देखने को मिली है। इनमें रायपुर, दुर्ग व राजनांदगांव शामिल हैं। रायपुर में दर अब 25 प्रतिशत से कम पर आ पहुंची है। वहीं दुर्ग व राजनांदगांव में अब 19 फीसदी दर से नए मरीज मिल रहे हैं। वहीं करीब 8 अन्य जिले ऐसे हैं, जहां दर 20 से कम पर है।