राज्य में कोरोना पीड़ितों को मानसिक स्वास्थ्य सेवाएँ भी दी जाएंगी
० सीएमएचओ और सिविल सर्जन को जारी किया पत्र
राजनांदगांव। कोरोना संक्रमण से जूझ रहे मरीजों के मानसिक स्वास्थ्य को मजबूत करने पर भी जोर दिया जाएगा। इसके लिए डेडिकेटेड कोविड अस्पताल, कोविड केयर सेंटर व होम आइसोलेटेड किए गए मरीजों के मानसिक तनाव को दूर करने के लिए काउंसलिंग प्रदान करने के लिए विशेषज्ञों की ड्यूटी लगाने के निर्देश जारी किये गए हैं।
संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं द्वारा जारी निर्देश में सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी और सिविल सर्जन सह अस्पताल अधीक्षकों को कहा गया है-कोविड-19 के बढ़ते प्रकरणों को ध्यान में रखते हुए उसके नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए सकारात्मक व ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। इसके लिए डेडिकेटेड कोविड अस्पताल, कोविड केयर सेंटर व होम आइसोलेशन में भर्ती कोरोना पीड़ितों की मनोदशा को भी देखा जा रहा है। कोरोना से पीड़ित मरीज कई बार मानसिक तनाव में आ जाता है। इस मानसिक तनाव को दूर करने के लिए उन्हें रोजाना काउंसलिंग प्रदान किए जाने का निर्णय लिया गया है। कोरोना ग्रसित मरीज मानसिक तनाव से गुजर रहा है या नहीं इसे देखने के लिए एक फार्मेट भी तैयार किया गया है। इस फार्मेट में दिए सवालों के आधार पर यह देखा जाएगा कि कोरोना पीड़ित मानसिक तनाव से गुजर रहा है या नहीं। यदि वह मानसिक तनाव से गुजर रहा है तो उसे काउंसलिंग की सुविधा प्रदान की जाएगी।
पत्र में यह बताया गया है, काउंसलिंग का कार्य विशेषज्ञों के द्वारा किया जाएगा। इसके लिए जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत बेंगलुरू-स्थित निमहांस से प्रशिक्षण प्राप्त चिकित्साधिकारी, क्लीनिकल साईकोलॉजिस्ट, साईकेट्रिक सोशल वर्कर व काउंसलरों की ड्यूटी डेडिकेटेड कोविड अस्पताल, कोविड केयर सेंटर व होम साइसोलेटेड किए गए मरीजों का मानसिक तनाव दूर करने के लिए लगाई जाएगी। सभी विशेषज्ञ आवश्यकता अनुसार टेलीफोनिक, ऑनलाइन या आवश्यकता पड़ने पर कोविड केयर सेंटर में पहुंचकर कोरोना पीड़ित की काउंसलिंग कर उसके मानसिक तनाव को दूर करने का कार्य करेंगे। इसके लिए ड्यूटी अनुसार सभी विशेषज्ञों को पीपीई किट, मॉस्क, सेनेटाइजर सहित अन्य सुरक्षात्मक चीजों को उपलब्ध कराया जाएगा।
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यह बनाई गई है रणनीति
काउंसिलंग का कार्य पूरी तरह से सफल हो इसके लिए सभी जिलों में विशेष रूप से कोविड-19 मानसिक स्वास्थ्य काउंसलिंग हेतु पूर्व में उपयोग किए जा रहे मोबाइल व टेलीफोन नंबर को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने के लिए प्रचार प्रसार करने का कार्य किया जाएगा।