च्वाइस सेंटरों में समय पर बने निश्शुल्क आयुष्मान कार्ड
राजनांदगांव । कलेक्टर श्री टोपेश्वर वर्मा ने मंगलवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक में लंबित प्रकरणों की विस्तारपूर्वक समीक्षा कर समय-सीमा में निराकरण करने के पर जोर दिया। आयुष्मान योजना के कार्डों को च्वाइस सेंटरों में समय पर बनाने कहा, ताकि लोगों को जरूरत के समय चिकित्सा सुविधा मिल सके।
कलेक्टर ने कहा कि आयुष्मान भारत एवं डा. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के अंतर्गत सभी पात्र हितग्राहियों का निश्शुल्क आयुष्मान ई-कार्ड बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिले में 1900 च्वाइस सेंटरों में आयुष्मान ई-कार्ड बनाया जाना है। वर्तमान में 907 च्वाइस सेंटरों का रजिस्ट्रेशन आयुष्मान ई-कार्ड बनाने के लिए हुआ है। शेष सेंटरों को रजिस्ट्रेशन कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ग्राम स्तर पर शिविर लगाकर आयुष्मान ई-कार्ड भी बनाया जाएगा। इसके लिए दीवार लेखन, मुनादी और लोगों से संपर्क करके जागरूक करने कहा है।
कलेक्टर ने कहा कि ऐसे प्रकरण जो दो वर्षों से लंबित हैं, उनका गंभीरता निराकरण करें। उन्होंने राज्य स्तर के आवेदन, जनदर्शन में प्राप्त आवेदन, सीमांकन, लोक सेवा गारंटी में लंबित प्रकरण, समय-सीमा के लंबित प्रकरणों को समय-सीमा में निराकरण के निर्देश दिए।
बढ़ते संक्रमण पर जताई चिंताः कलेक्टर ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से कोरोना के मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है। इसका प्रमुख कारण प्रोटोकॉल का पालन नहीं करते हुए लापरवाही बरतना है। राजनांदगांव नगर निगम के 51 वार्डों में जिला अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। सभी सुबह तथा शाम के समय मानीटरिंग करें। मास्क और प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने वालों पर सख्त कार्रवाई करें। आवश्यकता पडे पर पुलिस की मदद जरूर लें। जिला मुख्यालय के साथ-साथ जनपद स्तर पर भी प्रभावी रूप से कार्रवाई करें। सभी बिना डरे अधिक से अधिक वैक्सीनेशन लगाएं इसके लिए लोगों को जागरूक करें। कलेक्टर ने कहा कि ऐसे गांवों का चिन्हांकन करें जो बारिश के दिनों में पहुंच विहीन हो जाती हैं। इन गांवों को जोडे का कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि गर्मी में पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए।
अंतर का मिलान करने कहा
उन्होंने कहा कि जल संरक्षण तथा संवर्धन के कार्य होनी चाहिए। नरवा प्रोजेक्ट के रूप में जिन स्थानों पर कार्य स्वीकृत हुए हैं वहां कार्यों की गतिविधि होनी चाहिए। ऐसी जगहों में पिछले वर्ष और वर्तमान वर्ष की तुलना करके जल स्तर के अंतर का मिलान करना चाहिए। वर्मी कम्पोस्ट निर्माण में तेजी लाने, उसका विक्रय सुनिश्चित करने, फसलों के लिए बड़े किसान, प्रोसेसिंग फार्मास्टि को वर्मी कम्पोस्ट क्रय के लिए प्रेरित ककरने के निर्देश दिए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी ने कहा कि कोविड वैक्सीनेशन के लिए लोगों को लगातार जागरूक करें। इस अवसर पर जिला पंचायत के सीईओ अजीत वसंत, वनमंडलाधिकारी राजनांदगांव एन गुरुनाथन, वनमंडलाधिकारी खैरागढ़ संजय यादव, अपर कलेक्टर हरिकृष्ण शर्मा, सीएल मारकण्डेय, नगर निगम आयुक्त आशुतोष चतुर्वेदी, एसडीएम राजनांदगांव मुकेश रावटे सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।