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छत्तीसगढ़ पिछड़ा वर्ग प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री दलेश्वर साहू नगर पालिक निगम द्वारा आनंद वाटिका में आयोजित पुष्प महोत्सव के समापन समारोह में शामिल हुए। मुख्य अतिथि की आसंदी से कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री दलेश्वर साहू ने कहा कि फूल प्रकृति के स्वरूप है। जब हम फूल, मोर, तितली के रंग और स्वरूप को देखते हैं, तो हम ईश्वर के रूप को देखते हंै। उन्होंने पुष्प महोत्सव के सफल आयोजन के लिए नगर निगम आयुक्त एवं उनकी टीम को बधाई दी।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए छत्तीसगढ़ अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य श्री हफिज खान ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के प्रयासों से पर्यटन की सुविधा बढ़ी है और पर्यटन के क्षेत्र में हमारे प्रदेश को पहचान मिली है। विशिष्ट अतिथि राजगामी संपदा न्यास के अध्यक्ष श्री विवेक वासनिक ने पुष्प महोत्सव के इस अवसर पर मातृ-पितृ दिवस मनाने के लिए उन्होंने आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि नगर निगम आयुक्त आनंद वाटिका एवं बर्थडे पार्क के निर्माण के लिए सदैव याद किए जाएंगे। उनका यह प्रयास है कि लोग प्रकृति से संस्कृति की ओर जुड़े। महापौर श्रीमती हेमा देशमुख ने कहा कि प्रकृति पांच तत्वों से मिलकर बनी है। प्रकृति को सहेजना, संरक्षण करना और इससे जुडऩा मनुष्य का स्वभाव है। नगर निगम की टीम ने इसी सोच को पुष्प महोत्सव में प्रदर्शित किया है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की सोच के अनुरूप छत्तीसगढ़ की माटी की सुगंध हमारे संस्कृति में है। उन्होंने कहा कि राम वन गमन पथ यहां उकेरा गया है। प्रकृति को उसके स्वभाव के अनुरूप उकेरकर यहां साजसज्जा की गई है। पुष्प अभिव्यक्ति के माध्यम हैं, वे अपनी सुंदरता से हृदय में स्थान बना लेते हैं। सुकून की बात हो या इत्र या वीरों को श्रद्धांजलि देना हो या धार्मिक अनुष्ठान फूल के बिना पूरे नहीं होते। प्रकृति और मनुष्य एक दुसरे के बिना अधूरे है। नगरवासियों के सहयोग से आज यह सफल आयोजन किया गया। नगर निगम आयुक्त श्री चंद्रकांत कौशिक ने कहा कि पुष्प महोत्सव से हमने यह संदेश दिया है कि प्रकृति हमारा ईश्वर है। हमारे प्राचीन ग्रंथ ऋगवेद एवं अन्य धर्मों में भी उल्लेख है कि यह सृष्टि पांच तत्वों से मिलकर बनी है। उन्होंने कहा कि प्रकृति को छत्तीसगढ़ की संस्कृति से जोड़कर यह आयोजन किया गया। नया गढ़बो राजनांदगांव के अनुरूप संस्कारधानी में पुष्प महोत्सव का यह दूसरा सफल आयोजन है। जिसमें शहर के सभी नागरिकों एवं विभिन्न संस्थानों का भी सहयोग रहा है। उन्होंने सभी का आभार व्यक्त किया।इस अवसर पर नगर निगम राजनांदगांव के अध्यक्ष श्री हरिनारायण धकेता, वरिष्ठ पार्षद श्री कुलबीर छाबड़ा, श्रीमती सुनीता फडऩवीस ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। इस अवसर पर मातृ-पितृ दिवस मनाया गया एवं समता वृद्धाश्रम के वृद्धजनों को आरंभ एक प्रयास संस्था के सदस्यों द्वारा चरण धोकर उनसे आर्शीवाद लिया गया और माता-पिता का सदैव सम्मान करने का संदेश दिया गया। इस अवसर पर पार्षदगण श्री मधुकर बंजारी, श्री सतीश कुमार युसुस, श्री गणेश पवार, श्री राजा तिवारी, श्रीमती बैना बाई टुरहाटे, श्री संतोष पिल्ले, श्री भागचंद साहू, श्री विनय झा, श्री राजेश गुप्ता एवं अन्य जनप्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।
आलेखपुष्प महोत्सव 2021- पुष्प प्रकृति के अनुपम उपहार- आनंद वाटिका में फूलों की बिखरी मोहक छटा- फूलों से बने मोर, हिरण, वन भैंसा, नाव, इंडिया गेट, बैलगाड़ी, राम वन गमन पथ के दृश्य मनभावनराजनांदगांव 14 फरवरी 2021। पुष्प प्रकृति के अनुपम उपहार हैं और हमें जीना सिखाते हैं। शांति, खुशी, हर्ष, ऊर्जा, सुंदरता और अभिव्यक्ति के माध्यम हैं पुष्प। आनंद वाटिका में नगर पािलक निगम द्वारा आयोजित दो दिवसीय पुष्प महोत्सव में रंग बिरंगे खुबसूरत फूलों की मोहक छटा बिखरी हुई है। नयनाभिराम फूलों के निराले अंदाज से नगरवासी मंत्रमुग्ध है। फूलों की बहुत सी वेरायटी गेंदा, गुलाब, पिटुनिया, आर्किड, जीनिया, रजनीगंधा, इडिनियम (लिली इम्पाला), गुड़हल, सेवंती, कैलेंडुला, साल्विया, पौम्पी, गजेनिया, डहेलिया, जरबेरा, डायन्थस, ग्लेडियोबस, रेड सेल्विया, कलनचू, सिल्वर प्लांट, पेंजी, एंथोरियम, सूरजमुखी, सेकुलेन्ट प्लांट, वाटर लिली, बोगनविलिया से उपवन गुलजार है। नगर निगम आयुक्त श्री चंद्रकांत कौशिक एवं उनकी टीम ने पुष्प महोत्सव को मूर्त रूप प्रदान किया और यह भव्य आयोजन संभव हो सका। जिसमें नगरवासी शामिल हुए और प्रकृति से जुड़ाव का संदेश देता यह महोत्सव सार्थक साबित हुआ। फूलों से बने मोर, हिरण, वन भैंसा, नाव, इंडिया गेट, बैलगाड़ी, राम वन गमन पथ के दृश्य मनभावन हंै। आनंद वाटिका की साजसज्जा और बर्थडे पार्क में रौनक देखते ही बनती है। लोग अपने कम्प्यूटर स्क्रीन के लिए वालपेपर बनाने के लिए फूलों की फोटो खींचते हुए नजर आए, वहीं इस पल को यादगार बनाने के लिए उत्साह से सेल्फी लेते हुए नजर आए। कल-कल करते छोटे-छोटे झरने और ऋषि-मुनियों तथा विविध प्रकार की मूर्तियों से आनंद वाटिका सुशोभित है। शासन की नरवा, घुरूवा, गरूवा, बाड़ी योजना को मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया गया है और जानकारी भी लोगों को उपलब्ध कराई जा रही है। बोनसाई पौधों की वेरायटी एडिनियम, कैक्टस से बने शिवलिंग, मौलश्री, ब्लैक मनी प्लांट, जैक प्लांट (क्रेसुला), बरगद बोनसाई, कट मनी प्लांट, मिर्ची, नींबू, नारियल में इडिनियम विशेष रहा। वहीं औषधीय पौधे में एलोवेरा, पेरिविंकल, शतावरी, हाथ जोड़, तुलसी एवं अन्य पौधे तथा कांदाअरबी, जिमी कांदा, डांग कांदा, डेंठी कांदा, अदरक, हल्दी की वेरायटी एवं सब्जी की वेरायटी पर्पल फूलगोभी, पीला एवं सफेद फूलगोभी, ब्रोकली, लाल मूली, भाटा कल्याणी, वीएनआर भांटा ग्राफ्टेड, सेमर कांदा, नागर कांदा, टमाटर साहो, वीएनआर टमाटर एवं लौकी, कटहल, कद्दू की वेरायटी उपलब्ध है। फलों में केला जी 9, चीकू-क्रिकेट बॉल, स्टार फ्रूट, चकोतरा (नीम्बू की प्रजाति), एप्पल बेर, रोजवॉटर एप्पल बेर, पपीता की विभिन्न किस्म सहित विभिन्न फल उपलब्ध थे। पुष्प महोत्सव में जनसंपर्क विभाग के स्टॉल में शासकीय योजनाओं की जानकारी लोगों को दी जा रही है। आदिवासी विभाग का ट्रायबल रिसोर्ट एवं देशलहरे सेल्फी जोन लोगों के आकर्षण का केन्द्र रहा। गढ़ कलेवा, व्यंजन प्रदर्शनी, भाविका किचन में लोगों के लिए स्वादिष्ट व्यंजन उपलब्ध थे। वन विभाग, उद्यानिकी विभाग, आदिमजाति कल्याण विभाग, प्रधानमंत्री वनधन विकास केन्द्र, राजवन फूड्स, स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, युगांतर पब्लिक स्कूल, नीरज पब्लिक स्कूल, भारतीय स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, आईडीएफसी बैंक, आईडीबीआई बैंक, मदर टेरेसा यूथ फाउण्डेशन के स्टॉल लगाए गए थे। प्रतिभावान बच्चों के लिए रंगोली, नृत्य, गायन, वादन एवं विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कि
या गया।
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