राजनांदगांव : भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के बहुआयामी विचार से देश को मिल रही दिशा : सांसद संतोष पाण्डेय
– देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती तथा सुशासन दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन
– सांसद ने वर्धमान नगर में किया अटल परिसर का भूमि पूजन
– अटल बिहारी वाजपेयी देश के महान राजनेता, एक अच्छे लेखक, कवि और साहित्यकार
– अंतिम सांस तक राष्ट्र की सेवा करने का दिया संदेश
– अटल परिसर में लगेगी अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा
– अटल परिसर में देश के महान राजनेता और उनके उत्कृष्ट विचारों को नागरिक करेंगे आत्मसात
– 50 लाख रूपए की लागत से भव्य अटल परिसर होगा विकसित
– अटल बिहारी वाजपेयी की गीत नया गाता हूं, क्या हार में क्या जीत में… प्रेरक कविताओं का किया गया पाठ
राजनांदगांव। देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती तथा सुशासन दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जशपुर जिले में अटल परिसर के भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल हुए तथा वर्चुअल माध्यम से राजनांदगांव जिले में आयोजित कार्यक्रम से जुड़े। इस अवसर पर सांसद संतोष पाण्डेय ने आज राजनांदगांव शहर के वर्धमान नगर में अटल परिसर का भूमि पूजन किया तथा कार्यक्रम में शामिल हुए। सांसद संतोष पाण्डेय ने अपने उद्बोधन में कहा कि भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृति में आज प्रदेश के सभी नगरीय निकायों में अटल परिसर का भूमि पूजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी ऐसे व्यक्तित्व हैं, जिनका दुनिया लोहा मानती रही। उनका व्यक्तित्व इतना सशक्त था कि न केवल पक्ष बल्कि विपक्ष के भी जनप्रतिनिधि उनके प्रति सम्मान रखते थे।
सांसद पाण्डेय ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव ने विपक्ष के मंत्री होने के बावजूद संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए अटल बिहारी वाजपेयी को दायित्व सौंपा। जिसे उन्होंने बखूबी निभाया। उन्होंने बताया कि स्टेट स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में अटल बिहारी वाजपेयी जी के कार्यक्रम का संचालन करने तथा सुनने का अवसर मिला। तत्कालीन सांसद प्रमोद महाजन कहा करते थे कि कुशल वक्ता को अटल बिहारी जैसा होना चाहिए। सांसद पाण्डेय ने कहा कि अटल बिहारी जी देश के महान राजनेता, एक अच्छे लेखक, कवि और साहित्यकार थे। उनकी राष्ट्रीय कविताओं का उल्लेख साहित्य में मिलता है। उनके बहुआयामी विचार एवं सोच इस तरह है कि संकट के समय जब हम इतिहास के पन्ने पलटेंगे तो राहत मिलेगी और देश को दिशा मिलेगी। उनकी कविताओं को हम आज भी सुनते हैं और आत्मसात करते हैं। गीत नया गाता हूं, हार नहीं मानंूगा रार नहीं ठानूंगा.., तेरा वैभव अमर रहे माँ हम रहे या न रहे.. जैसे उनकी प्रेरक पंक्तियां आज भी हमारा मनोबल बढ़ाती हैं।
सांसद संतोष पाण्डेय ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने राष्ट्र की सेवा अंतिम सांस तक करने का संदेश दिया। उन्होंने जम्मू-कश्मीर राज्य के लिए कहा कि एक देश में दो प्रधान, दो निशान नहीं चलेंगे, कश्मीर भारत का अविभाज्य अंग है। उन्होंने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में रोड कनेक्टीविटी के लिए कार्य किया। अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में पोखरण में परमाणु परीक्षण हुआ तो विश्व में भारत का प्रभाव बढ़ा। उन्होंने कहा कि राष्ट्र की सुरक्षा के लिए अस्त्र-शस्त्र आवश्यक है। देश में उनके जन्मदिन को सुशासन दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। उन्होंने धरती, आकाश, पाताल में विभिन्न तरह के वैज्ञानिक परीक्षण पनडुब्बी, विभिन्न मिसाईल, पोत, लड़ाकू विमान से भारतीय सेना को मजबूत किया तथा विश्व शक्ति बनने की ओर हमारा देश अग्रसर है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उनके सपने को पूरा करने के लिए कार्य कर रहे हैं। वर्ष 2047 तक राष्ट्र को शिखर तक ले जाएंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के शासन में नगरीय क्षेत्रों में कार्यों में तेजी आयी है और सभी कार्य समय पर हो रहे हैं।
छत्तीसगढ़ स्काउट गाईड के उपाध्यक्ष राजेन्द्र गोलछा ने कहा कि भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी का नाम विश्व के लोकप्रिय नेताओं के शीर्ष में लिया जाता है। देश के विकास में उनका योगदान मील का पत्थर है। वार्ड पार्षद एवं नगर निगम नेता प्रतिपक्ष किशुन यदु ने कहा कि परिसर में उनकी प्रतिमा लगायी जाएगी तथा इस परिसर को अच्छी तरह से विकसित किया जाएगा। नगर निगम आयुक्त अतुल विश्वकर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा प्रदेश के सभी नगरीय निकायों में अटल परिसर विकसित किए जा रहे हैं। नगर पालिक निगम राजनांदगांव के लिए 50 लाख रूपए की राशि स्वीकृत की गई है। वही छोटे नगरीय निकायों के लिए 20-25 लाख रूपए की राशि स्वीकृत की गई है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास रहेगा कि इस परिसर को भव्य रूप में विकसित करें, ताकि देश के महान राजनेता एवं उनके उत्कृष्ट विचारों को नागरिक आत्मसात कर सकें। इस अवसर पर रमेश पटेल, शिव वर्मा, सुमित भाटिया, देवशरण सेन, गगन आईच, आभा तिवारी, मणिभास्कर गुप्ता, आलोक बिंदल, खेमीन यादव सहित अन्य पार्षद, अन्य जनप्रतिनिधि, एसडीएम खेमलाल वर्मा सहित अधिकारी-कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृति में राजनांदगांव शहर के वार्ड नंबर 19 जीई रोड किनारे मनराज होण्डा शोरूम के समीप अटल परिसर निर्माण कार्य के लिए 50 लाख रूपए की स्वीकृति प्रदान की गई है। जिसके तहत पेडस्टल, एमएस रेलिंग, सीमेंट म्यूरल, लैण्ड स्केपिंग कार्य सहित भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की धातु से निर्मित मूर्ति की स्थापना की जाएगी। इस दौरान वर्धमान नगर में आयोजित कार्यक्रम में भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की जीवन यात्रा को प्रदर्शित किया गया तथा अवदानों का स्मरण किया गया। विशेषकर उनकी ख्याति प्राप्त कविता क्या हार में क्या जीत में, किंचित नहीं भयभीत मैं, कर्तव्य पथ पर जो मिला, ये भी सही वो भी सही, वरदान नहीं मागंूगा, हो कुछ भी पर हार नहीं मानूंगा… कविता का पाठ किया गया। कारगिल युद्ध विजय, पोखरण में परमाणु परीक्षण एवं अन्य उपलब्धियों व यादों को स्मरण किया गया।