CG : सड़क किनारे से मगरमच्छ का रेस्क्यू
कोरबा। जिले के पसान और मरवाही वन परिक्षेत्र में एक बाघ की मौजूदगी से ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। वहीं एक गांव में भटकते पहुंचे मगरमच्छ को सुरक्षित खूंटाघाट बांध में लाकर छोड़ा गया। वनमंडल अधिकारी कटघोरा कुमार निशांत ने बताया कि बाघ फिलहाल इन क्षेत्रों में विचरण कर रहा है। इस स्थिति को देखते हुए जंगल के आसपास रहने वाले लोगों को सतर्क रहने और जंगल में न जाने के निर्देश जारी किए गए हैं। मालूम हो कि मध्यप्रदेश के मंडला जिले के कान्हा नेशनल पार्क से 6 टाइगर निकले हैं, जो पिछले महीने से छत्तीसगढ़ के अभयारण्यों में विचरण कर रहे हैं। इनमें से चार भोरमदेव अभयारण्य और दो के अचानकमार टाइगर रिजर्व इलाके में होने की जानकारी वन विभाग ने दी है। अनुमान लगाया जा रहा है कि पसान में नजर आया बाघ उनमें से ही एक है। कुछ दिन पहले यह मरवाही डिवीजन में देखा गया था, जहां उसने एक मवेशी का शिकार भी किया था। शनिवार रात बाघ ने फिर एक मवेशी का शिकार किया, जिसकी तस्वीरें कैमरे में कैद हुई हैं। बाघ का मूवमेंट पसान, मरवाही, पाली और चैतमा के बीच देखा गया है। इधर, पसान वन परिक्षेत्राधिकारी समेत सभी क्षेत्रीय वनकर्मी गांव-गांव में मुनादी कर ग्रामीणों को सतर्क कर रहे हैं। बाघ की गतिविधियों को लेकर वन विभाग सतर्क है। वन विभाग ने ग्रामीणों से अपील की है कि जंगल में न जाएं और सावधानी बरतें, क्योंकि बाघ की मौजूदगी से जोखिम बढ़ सकता है। दूसरी ओर, शनिवार रात ग्राम शिवपुर में एक तालाब से निकलकर सड़क के किनारे आए मगरमच्छ को ग्रामीणों ने पकड़ा। इसे बांधकर सुबह वन विभाग को सौंप दिया गया। वन विभाग की टीम ने मगरमच्छ को सुरक्षित रेस्क्यू कर खारंग जलाशय, खूंटाघाट रतनपुर में छोड़ा।