मषरूम खेती के लिए कृषि विज्ञान केंद्र अजरिमा के वैज्ञानिकों द्वारा महिला समूह को दिया गया प्रायोगिक प्रषिक्षण
पार्वती महिला स्वयं सहायता समूह की महिलायें कम लागत में कर रही हैं मषरूम का उत्पादन
सूरजपुर- कलेक्टर रणवीर शर्मा, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आकाश छिकारा, उप संचालक कृषि दिनेश चंद्र कोसले, कृषि विज्ञान केंद्र अजरिमा के प्रमुख वैज्ञानिक रविन्द्र तिग्गा के मार्गदर्शन में ग्राम पंचायत श्यामनगर, विकासखंड प्रतापपुर में पार्वती महिला स्वयं सहायता समूह की आय दुगुनी करने के प्रयास में मशरूम की खेती का प्रायोगिक तौर तरीकों को विस्तार पूर्वक वैज्ञानिक गण व ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी अभिषेक सिंह द्वारा बताया गया। कृषि विभाग और कृषि विज्ञान केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में महिलाओं को बताया गया कि कम लागत में गंेहूं के भूसे को बावस्तीन और फॉर्मेलिन दवाइयों को अच्छी तरह मिलाकर गर्म पानी मे उबालकर उसे सीधे तेज धूप में न सुखाकर छाया में ही अच्छी तरह निथारकर सुखाना चाहिए उसके पश्चात प्लास्टिक बैग में तीन लेयर तैयार कर मशरूम बीजो का उपयोग कर मशरूम उत्पादन कर सकते हैं।
मशरूम प्रोटीन का सबसे अच्छा स्त्रोत है, इसलिये इसकी बिक्री भी ऊंचे दामों में होती है, ऐसे में महिला स्वयं सहायता समूह के सदस्यों द्वारा इसका उत्पादन और बिक्री कर अपनी आय बढ़ाने का प्रयास कर सकती हैं, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी के प्रयास से गांव में 5 कृषको के यहाँ पोषण वाटिका बंनाने की कार्ययोजना तैयार की गई हैं, जिससे अन्य किसान भी उसे देखकर अपनाकर लाभ ले सकते हैं।
कलेक्टर शर्मा के नेतृत्व में ऐसे कई काम जिले में हो रहे हैं, जिससे महिला स्वयं सहायता समूह की महिलायें आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं और अपनी आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए नये-नये तरीकों को अपना रही है। इन सभी कार्यो में कृषि विज्ञान केंद्र अजरिमा के सभी वैज्ञानिक गण का विशेष योगदान रहा है।